सपा सांसद इकरा हसन ने क्या कहा?
उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से इस मुद्दे यति नरसिंहानंद पर हेट स्पीच, यूएपीए और एनएसए के तहत कार्रवाई करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर संसद और सुप्रीम कोर्ट में इसकी आवाज उठाकर विरोध दर्ज करने की बात कही है। उधर, यति नरसिंहानंद के खिलाफ मेरठ में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस निकाला। इस दौरान हथियारों का प्रदर्शन भी किया गया। बताया जा रहा है मेरठ में हजारों की संख्या में घरों से निकले लोग मुंडाली कस्बे में जमा हो गए। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस की उनसे नोकझोंक भी हुई है। इस जुलूस की अनुमति भी नहीं ली गई थी। बहरहाल ये मामला अब यूपी में तूल पकड़ता जा रहा है। ये है यति नरसिंहानंद से जुड़ा पूरा मामला
दरअसल, यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी, इसके बाद से बवाल बढ़ता जा रहा है। गाजियाबाद के अलावा मेरठ, बुलंदशहर समेत कई अन्य शहरों में भी प्रदर्शन और विरोध होता रहा। कई जगहों पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। इस मसले को लेकर राजनीतिक टीका-टिप्पणी और बयानबाजी भी जारी है। लोगों का कहना है कि डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने
विवादित बयान से तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदिर की सुरक्षा में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
डासना देवी मंदिर की पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा व्यवस्था
नरसिंहानंद के भड़काऊ बयान के बाद शुक्रवार रात से लोग डासना देवी मंदिर के बाहर इकट्ठा होने लगे थे। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने मंदिर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी। मंदिर के एंट्री गेट पर बैरिकेड लगाए गए हैं। मंदिर के बाहर गाजियाबाद पुलिस की 4-5 पीसीआर वैन खड़ी हैं। पुलिस ने अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया
हाल ही में, गाजियाबाद समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में मुस्लिम समुदाय ने महंत के बयान पर आपत्ति जताते हुए विरोध-प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन कर रहे 10 लोगों को पुलिस गिरफ्तार भी कर चुकी है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि महंत के बयान से समाज में नफरत फैल रही है और इससे साम्प्रदायिक सौहार्द को खतरा हो सकता है।