जैन मुनि तरुण सागर जी महाराज का निधन, यहां होगा अंतिम संस्कार
हालांकि पुलिस प्रशासन द्वारा जाम को खुलवाने का काफी प्रयास किया गया। लेकिन सभी कोशिशें नाकाम होती नजर आईं। इस बीच उनकी अंतिम यात्रा निकाली जा रही थी तो जाम के अंदर स्कूल की बसें भी बुरी तरह से फंसी हुई थीं। यानि छोटे बच्चे स्कूल से अपने घर जा रहे थे तो उन्हें भी बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा। 4 किलोमीटर लंबे जाम को खुलवाने में पुलिस के भी पसीने छूट गए। खुद पुलिस के आला अधिकारी भी जाम को खुलवाने में लगे रहे। इसके अलावा 2 एंबुलेंस भी भीषण जाम के अंदर फंसी रही हालांकि अन्य लोगों ने एंबुलेंस को भी निकालने का काफी प्रयास किया। लेकिन जाम इतना भीषण लगा था। की गाड़ियां हिल तक नहीं पा रही थी क्योंकि उनकी अंतिम यात्रा में हजारों की भीड़ सड़क पर पैदल ही चल रही थी। इसके अलावा उनकी अंतिम यात्रा में सैकड़ों गाड़ियों का काफिला भी मौजूद था।
उधर रुक-रुककर बारिश भी हो रही थी, जिसके कारण और लंबा जाम लगा गया। हालांकि अंतिम यात्रा के साथ भी पुलिस प्रशासन की गाड़ियां चल रही थीं। किसी को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो लेकिन उसके बावजूद भी लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ा। उधर सड़क के किनारे खड़े तरुण सागर के भक्त अपने चहेते महाराज की एक झलक पाने के लिए उत्साहित दिखाई दिए।
यह भी देखें-जैन मुनि तरुण सागर की अंतिम यात्रा में उमड़ा जनसैलाब अंतिम यात्रा के दौरान तरुण सागर अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा तरुणसागर तेरा नाम रहेगा, मां का बेटा कैसा हो तरुण सागर जैसा हो के नारे तरुण सागर के भक्तों ने लगाए। इस बीच Tarun Sagar Ji Maharaj के भक्तों का कहना था कि उनके महाराज उनकी आंखों के सामने से हमेशा के लिए चले गए हैं। इसलिए हम उनकी एक झलक जरूर देखना चाहते हैं।