टैगिंग नंबर से होगी पहचान इस बार सभी गायों और बैलों जैसे आवारा पशुओं का टैगिंग नंबर शुरू किया जा रहा है। यह पीले रंग का टैग है। इस टैग के नंबर से ही इनकी पहचान होगी। यह टैगिंग सबसे पहले
गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन के नंदी पार्क से की जा रही है। यहां पर लगभग एक हजार से अधिक जानवर रह रहे हैं। आवारा पशुओं को यहां लाने से संख्या बढ़ गई है। उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी यहां की जा रही है। साथ ही एक डॉक्टर भी यहां नियुक्त किया गया है, जो उनके स्वास्थ्य का ध्यान रख सके।
बढ़ गई है संख्या गो सेवक वरुण उपाध्याय का कहना है कि पहले नंदी पार्क में केवल गंभीर हालत में पशुओं को लाया जाता था लेकिन अब स्वस्थ पशुओं को भी लाया जा रहा है। वहीं, डिप्टी चीफ वेटीनीटी अफसर डाॅ. सुनील दत्त अब यहां पर संख्या बढ़ गई है। अब इनके टैगिंग करने का एक और निर्देेश दिया गया है। इसके तहत कान में एक यूनिक नंबर डाल दिया जाएगा। इससे उसकी जानकारी उनके पास रहेगी। साथ ही नर पशुओं की नसबंदी करने के भी निर्देश हैं।