( latest ghazibad news ) दरअसल एटीएस की टीम को शिकायत मिल रही थी कि एक अंतरराष्ट्रीय गैंग के सदस्य बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को खासतर से महिलाओं और बच्चों को अवैध रूप से भारत लाकर उनके फर्जी कागजात तैयार कर उन्हें भारत में विभिन्न राज्यों और एनसीआर के नोएडा ,दिल्ली ,गाजियाबाद क्षेत्र में बसाने का कार्य कर रहे हैं। इस गैंग का पर्दाफाश करने के लिए एटीएस के करीब 30 अधिकारियों ने करीब 36 घंटे का विशेष अभियान चलाया गया। जिसके चलते एटीएस की टीम ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन से नूर मोहम्मद, रहमतुल्लाह, शबीबुलाह, नाम के तीन रोहिंग्याओ को गिरफ्तार किया। इनके साथ दो लड़कियां भी थी जिन्हें मानव तस्करी के लिए दिल्ली लाया जा रहा था। फिलहाल एटीएस की टीम ने दोनों लड़कियों को आशा ज्योति केंद्र भेज दिया है और अभी इनका एक अन्य साथी फरार है। एटीएस की टीम उसकी तलाश में भी जुड़ी हुई है।
यूपी एटीएस के अनुसार यह एक बड़ा गैंग है जो बांग्लादेश और म्यांमार से महिलाओं और बच्चों को लाकर मानव तस्करी करता है। उन्होंने बताया कि इस गैंग का सरगना मोहम्मद उर्फ नुरुल इस्लाम है। जो रोहिंग्या और बंगलादेशी महिलाओं को शादी तथा पुरुषों व बच्चों को फैक्ट्रियों में काम करने जैसे लालच देकर अवैध रूप से भारत में लाकर उनके फर्जी प्रमाण पत्र तैयार कर भारत में ही बसाने का कार्य करते हैं और शादी कराने के बाद उन्हें बेहतर जिंदगी मुहैया कराए जाने का झांसा देकर उन्हें असामाजिक तत्वों के हाथों में बेच देते हैं। इसके बदले यह मानव तस्कर ऐसे पीड़ित लोगों को बड़ी मात्रा में धन मुहैया भी करा रहे हैं। पूछताछ में पता चला है कि नूर मोहम्मद कुछ रोहिंग्या बांग्लादेशी नागरिकों के साथ ब्रह्मपुत्र मेल ट्रेन से दिल्ली जा रहे हैं और उसके साथ कई लोग ऐसे हैं जिन्हें मानव तस्करी के लिए लाया जा रहा है। एटीएस की टीम ने सूचना के आधार पर ट्रेन से पांच लोगों को उतारकर गहन पूछताछ की तो गैंग के सरगना ने बताया कि उनका एक साथी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मिलने वाला है। इस सूचना पर उस व्यक्ति को भी दिल्ली रेलवे स्टेशन से हिरासत में लेकर सभी छह लोगों को एटीएस मुख्यालय लखनऊ लाकर गहन जांच की गई। जिसके बाद पूरा खुलासा हुआ और उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम के तहत थाना एटी एस लखनऊ में मामला दर्ज कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।