बुजुर्गों और बच्चों पर पड़ रहा सबसे ज्यादा प्रभाव साथ ही उनको आंखों में जलन की शिकायत भी हो रही है। बुजुर्गों और बच्चों पर प्रदूषण का काफी प्रभाव पड़ रहा है। वहीं, गाजियाबाद जिला प्रशासन का कहना है कि वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। गाजियाबाद में इन दिनों में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ है। दिवाली (Diwali) के बाद एयर क्वालिटी इंडेक्स में सबसे ज्यादा इजाफा हुआ है। मंगलवार को गाजियाबाद में एक्यूआई 446 आंका गया था। बुधवार की सुबह यह 476 पर पहुंच गया। प्रदूषण के कारण छाई धुंध के कारण सूरज के भी दर्शन नहीं हुए। वहीं, बुधवार सुबह ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में एयर क्वालिटी इंडेक्स 388 और नोएडा (Noida) सेक्टर 125 में 270 दर्ज किया गया।
ये समस्याएं आ रही हैं जनपद के लोगों का कहना है कि दिवाली के बाद उनकी आंखों में जलन होने लगी है। इसके साथ ही शरीर में भी खुजली होने लगी है। इसके अलावा सांस लेने में काफी परेशानी महसूस की जा रही है। लोगों का यह भी मानना है कि आतिशबाजी के कारण भी वायु प्रदूषण एकाएक बढ़ गया है।
यह कहा डीएम ने इस बारे में गाजियाबाद के डीएम अजय शंकर पांडे ने बताया कि शहर में करीब 47 ऐसी जगह चिन्हित की गई हैं, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स ज्यादा पाया गया है। वहां पर पानी से पेड़ों की धुलाई की जा रही है। प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ नगर निगम और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम जगह-जगह छापेमारी कर रही है। लोनी में करीब 30 फैक्ट्रियों को तत्काल प्रभाव से सील किया गया है। इसके अलावा आधा दर्जन ऐसे लोगों पर भी मामला दर्ज किया गया है, जो बार-बार हिदायत के बाद भी वायु प्रदूषण फैलाते हुए नजर आए हैं। जनपद में पराली जलाने पर नजर रखने के लिए टीम गठित की गई है। स्थानीय लोगों से भी वायु प्रदूषण रोके जाने के लिए लगातार अपील की जा रही है।