दिल्ली की पहली महिला ऑटो चालक को लूट लिया ऑटो वालों ने, भाजपा सांसद ने अपनी सैलरी से दिए 30 हजार रुपये
गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र में हुई थी यह वारदात
पैतृक घर मेरठ से दिल्ली लौट रही थी महिला ऑटो चालक सुनीता चौधरी
राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है सुनीता चौधरी का
दिल्ली की पहली महिला ऑटो चालक को लूट लिया ऑटो वालों ने, भाजपा सांसद ने अपनी सैलरी से दिए 30 हजार रुपये
गाजियाबाद। आपको शायद दिल्ली की पहली महिला ऑटो चालक का नाम पता हो लकिन कई लोगों के लिए यह मिसाल हैं। उनके साथ गाजियाबाद में चोरी का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज कर लिया है। वहीं, भाजपा सांसद विजय गोयल ने सांसद के तौर पर मिलने वाली अपनी सैलरी से 30 हजार रुपये का चेक सुनीता को दिया।
मोहन नगर में कर रही थीं ऑटो का इंतजार यह मामला 4 जून का है। दिल्ली की पहली महिला ऑटो चालक सुनीता चौधरी अपने पैतृक घर मेरठ से दिल्ली लौट रही थी। गाजियाबाद के मोहन नगर से उसे आनंद विहार जाना था। वहां वह बस से उतरकर ऑटो का इंतजार कर रही थीं। इस बीच एक ऑटो आकर रुका। सुनीता के अनुसार, उसमें पीछे की सीट पर दो व्यक्ति और अगली सीट पर एक शख्स बैठा था। कुछ देर बाद आगे बैठे व्यक्ति को पीछे बैठने को कहा गया। इस तरह पीछे की सीट पर चार लोग हो गए। इस पर सुनीता ने अपना बैग पीछे रख दिया। उसमें 30 हजार रुपये रखे हुए थे। सुनीता का कहना है कि उन पैसों से वह नया ऑटो खरीदना चाहती थीं।
वसुंधरा के पास रुका ऑटो बसुंधरा के पास ऑटो रुक गया। ड्राइवर ने उनसे कहा कि गाड़ी खराब हो गई है। इसके बाद वह भी नीचे उतर आईं। थोड़ी देर बाद सुनीता ने अपना बैग उठाया और दूसरे ऑटो का इंतजार करने लगीं। आरोप है कि इस बीच पहला ऑटो चालक वहां से गाड़ी स्टार्ट कर भाग गया। फिर सुनीता ने अपना बैग चेक किया तो उसमें से 30 हजार रुपये का पैकेट गायब था। उन्होंने ऑटो का पीछा करने की भी कोशिश की लेकिन आरोपी हाथ नहीं आए। सुनीता ने मामले में साहिबाबाद थाने में शिकायत दी है। एसपी सिटी श्लोक कुमार का कहना है कि चोरी का मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले में जांच की जा रही है।
15 साल से चला रही हैं ऑटो वहीं, सुनीता का कहना है कि उनका ऑटो बहुत पुराना हो गया है। उन्होंने बचत करके यह पैसे जमा किए थे। इससे वह ऑटो खरीदना चाहती थीं। वह 15 साल से ऑटो चलाने का काम कर रही हैं। अब उनके पास 300 रुपये प्रतिदिन के किराए पर ऑटो लेकर चलाने के अलावा कोई चारा विकल्प नहीं बचा है।
भाजपा सांसद ने किया संपर्क उधर, जब इस बारे में भाजपा सांसद विजय गोयल को पता चला तो उन्होंने दिल्ली के मालवीय नगर की भाजपा पार्षद नंदिनी शर्मा के जरिए सुनीता से संपर्क किया। गुरुवार को सुनीता ने विजय गोयल के सरकारी आवास पर उनसे मुलाकात की। भाजपा सांसद ने सांसद के तौर पर मिलने वाली अपनी सैलरी से 30 हजार रुपये का चेक सुनीता को सौंपा। उन्होंने कहा कि उन्हें किराए पर ऑटो लेकर चलाने की जरूरत नहीं है। वह नया ऑटो खरीदें। इस दौरान सुनीता की आंखों आंसू छलक आए।
क्या है सुनीता की कहानी सुनीता चौधरी दिल्ली की पहली महिला ऑटो रिक्शा चालक हैं। उनको 2017 में भारत की 100 शीर्ष महिलाओं में शामिल किया गया था। उनको राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है। उत्तर प्रदेश के मेरठ की रहने वाली सुनीता का 1991 में बाल विवाह करवा दिया गया था। उन्हें दहेज के लिए परेशान किया जाता था। एक दिन वह ससुराल से भाग गईं। इसके बाद वह दिल्ली आ गईं। जीवन चलाने के लिए उन्होंने कई जगह काम किया लेकिन पैसे कम पड़ने लगे। फिर उन्होंने अपना काम करने का साेचा और 2004 में ऑटो रिक्शा चलाना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। लाइसेंस भी उन्हें काफी मशक्कत के बाद मिला था।
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