जानकारी के अनुसार, घूकना निवासी शीशपाल की बेटी सविता और बेटा मनोज बाइक पर सवार होकर ताउ के बेटे के पास आए थे। ताउ का बेटा ग्रेटर नोएडा के महरौली गांव में रहाता हेै। तहेरे भाई का टीका करने के बाद में सविता मनोज के साथ में वापस घर लौट रही थी। जब ये दोनों गाजियाबाद के कविनगर औद्योगिक एरिया के सुख सागर फार्म हाउस के पास पहुंचे तो उसी दौरान बाइक सवार बदमाशों ने उन्हें रोक लिया। बदमाशों ने सविता से जूलरी लूटने का प्रयास किया।
मनोज ने बदमाशों का विरोध करने किया। इस दौरान वह बदमाशों से भिड़ गया। तभी बदमाशों ने मनोज को गोली मार दी। बताया गया है कि बदमाशों का सविता ने भी विरोध किया तो बदमाशों ने सविता पर भी गोली चलाई। लेकिन वह बाल—बाल बच गई। उधर, गोली लगने के बाद में लहुलुहान होकर मनोज जमीन पर गिर गया। जिसे देख बदमाश मौके से भाग गए। घायल को उपचार के लिए एक निजी अस्पताल में एडमिट कराया गया। यहां डॉक्टरों ने मनोज को मृत घोषित कर दिया।
अकेला था भाई मनोज (23) तीन बहनों का अकेला भाई था। बीकॉम करने के बाद में वह एक निजी कंपनी में जॉब कर रहा था। मनोज के पिता शीशपाल मेरठ रोड पर चाय की दुकान चलाते हैं। मनोज चाहता था कि पिता को चाय की दुकान बंद करा खुद ही घर का सारा बोझ उठाएंगे। लेकिन बुजुर्ग पिता ने यह कभी नहीं सोचा था कि उसके शव को कंधा देना होगा।