बिना मानचित्र स्वीकृति के बनी थी बहुमंजिला इमारत मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि बिना मानचित्र स्वीकृति के बहुमंजिला इमारत के अवैध निर्माण के मामले में अवर अभियंता को निलंबित किया गया है। जीडीए के किसी अवर अभियंता को मुख्यमंत्री कार्यालय से पहली बार सीधे निलंबित किया गया है। जीडीए अधिकारियों व कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। जीडीए अधिकारियों ने ट्वीट के जरिए कार्रवाई की जानकारी मिलने की बात कही। उधर, इंजीनियर के निलंबन से गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में भी खलबली मच गई है।
मिल रही थी भ्रष्टाचार की शिकायत बता दें कि जीडीए में लगातार भ्रष्टाचार की शिकायत सामने आ रही थी। जीडीए में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सीएम योगी सख्त सख्त अपना रहे है। यहीं कारण है कि इस तरह की कार्रवाई की गयी है। हालांकि जीडीए में अभी कई और अवर अभियंता हैं जिनके खिलाफ पूर्व में जीडीए उपाध्यक्ष व सचिव ने निलंबन की संस्तुति शासन से की थी लेकिन अभी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जनवरी 2021 में अवैध निर्माण के मामले में अवर अभियंता अशोक अरोड़ा के खिलाफ भी निलंबन की संस्तुति की गई थी।
पूर्व में एसएसपी भी हो चुके थे सस्पेंड दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शपथ लेने के बाद तत्काल कार्रवाई करनी शुरू कर दी थी। गाजियाबाद में प्रशासनिक अमले पर यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पूर्व गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को भी मुख्यमंत्री निलंबित किया था। एसएसपी पर कानून-व्यवस्था को नहीं संभाल पाने और कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगा था।