बता दें कि पिछले दो साल से कोरोना के कारण लोगों की आमदनी घट गई है। ऐसे में छठ व्रती पूजा सामग्री खरीदने में भी कटौती कर रहे हैं, जो लोग पहले दो किलो गेहूं खरीदते थे वे इस बार एक किलो ही खरीदकर काम चला रहे हैं। इस बार एक किलो गेहूं के आटे से ही ठेकुआ बनेगा। वहीं केला, सिंघाड़ा आदि फलों में भी कटौती हो रही है। बजट भी न बिगड़े और छठ मइया भी प्रसन्न हो जाए, इसलिए ऐसा करना पड़ रहा है।
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नहाए-खाए के साथ यूपी में आज से बिखरेगी छठ की छटा एक छठ व्रती को 5 से 7 हजार रुपए का खर्च छठ व्रतियों का कहना है कि छठ पूजा (Chhath Puja) की सभी चीजें महंगी हो गई हैं। इस वजह से खर्च भी बढ़ गया है। पिछले साल जहां 3 से 5 हजार रुपए का खर्च आया था, वहीं इस बार 5 से 7 हजार रुपए खर्च हो रहे हैं। इस बार पिछले साल की तुलना में दो से तीन हजार अधिक खर्च करना पड़ रहा है।
इलाके के अनुसार है पूजा सामग्री के दाम अलग-अलग इलाकों में पूजा सामग्री की कीमत अलग-अलग है। मंडी में सामान सस्ता है, लेकिन वहीं खुदरा दुकानों पर हर सामान पर दोगुना दाम वसूला जा रहा है। हर सामान मंडी की तुलना में दोगुनी कीमत पर बेचा जा रहा है।
पिछले साल की तुलना में दोगुनी हो गई कीमत फल ——- पिछले साल की कीमत —– इस साल की कीमत
केला —— 40 से 50 रुपये दर्जन ——- 50 से 60 रुपये
नारियल — 40 से 45 रुपये ————– 50 से 60 रुपये
सेब ——– 70 रुपये किलो ————- 100 से 120 रुपये किलो
सिंघाड़ा —- 30 रुपये किलो ————- 50 रुपये किलो
अन्य सामान की कीमत सामग्री ———- पिछले साल की कीमत —– इस साल की कीमत
टोकरी ———– 90 से 100 रुपये ———– 100 से 150 रुपये
बड़ी टोकरी —— 130 से 250 रुपये ———- 250 से 350 रुपये
सूप ————– 70 से 90 रुपये ————– 100 से 140 रुपये
मिट्टा का चूल्हा – 100 से 150 रुपये ———– 200 से 250 रुपये
नहाय खाय और खरना भी हुआ महंगा सामान —— पिछले साल ————– इस साल
चावल ——- 45 से 55 रुपये किलो — 60 से 80 रुपये
चना दाल — 90 रुपये किलो ———– 110 रुपये
चना ——— 70 रुपये किलो ———– 100 रुपये