जेल से दर्ज की थी पहली जीत
गाजियाबाद में गुर्जरों का बड़ा गांव हैं जावली। इसी गांव के रहने वाले हैं मुजफ्फरनगर के खतौली से मौजूदा विधायक मदन सिंह कसाना। जिनको मदन भैया के नाम से जाना जाता है।
जेल से जीता था चुनाव
मदन भैया का नाम कॉलेज के वक्त से ही कई तरह के अपराधों में जुड़ने लगा था। ऐसे में उनको जेल जाना पड़ा। मदन भैया जेल में थे तभी 1989 का विधानसभा चुनाव आया। जावली गांव उस वक्त खेकड़ा विधानसभा में आता था। मदन भैया ये चुनाव 2477 वोटों से हारे।
जब मदन भैया पर उनके फार्म हाउस में हुआ हमला
मदन भैया पर सितंबर 2001 में, उनके गांव जावली के फार्म हाउस में हमला हुआ था। 4 हमलावरों ने उनको फार्म हाउस में घुसकर मारने की कोशिश की। मदन भैया इस हमले में बच गए लेकिन गोलियों की आवाज सुनते ही गांव के लोग जुट गए।
बुलूटप्रूफ कार से चलते हैं मदन भैया
मदन भैया उन नेताओं में शामिल हैं, जो बुलेटप्रूफ कार से चलते हैं। 2010 में उनके बुलेटप्रूफ मित्सुबिशी पजेरो कार खरीदने पर काफी विवाद भी हुआ था। हालांकि बाद में उनको चुनाव आयोग से ये कार रखने की इजाजत मिल गई थी।
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मदन भैया पर कई गंभीर मुकदमे
मदन भैया पर अलग-अलग थानों में एक दर्जन से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। इसमें पुलिस पर फायरिंग, अपहरण, कातिलाना हमला और बूथ कैप्चरिंग जैसे गंभीर आरोप भी हैं। पूर्व विधायक चंदर सिंह पर हमले का मुकदमा भी मदन भैया पर चल रहा है। हालांकि आज तक उन पर लगे आरोपों में से कोई साबित हु़आ है।