गाज़ियाबाद

हवा में एक बार फिर घुला जहर, एयर क्वालिटी इंडेक्स 480 के पार

गाजियाबाद की आबोहवा में प्रदूषण का कहर जारी, लोगों को सांस लेने में हो रही दिक्कत

गाज़ियाबादDec 20, 2017 / 07:54 pm

Ashutosh Pathak

गाजियाबाद। प्रदूषण की रोकथाम को लेकर समय-समय पर सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी की ओर से निर्देश दिए गए है। बावजूद इसके न तो केंद्र और न ही प्रदेश सरकार हवा में खुली जहर पर कोई ठोस कदम उठा पा रही है। यही नहीं इस बाबत एनजीटी ने सख्ती बरतते राज्यों सरकार को फटकार भी लगाई। लेकिन हालात है कि जस के तस बने हुए हैं। वहीं गाजियाबाद में मौसम की तस्वीर इतनी धुंधली हो चुकी है कि लोगों को हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। बता दें कि बुधवार का दिन गाजियाबाद वासियों के लिए एक बार फिर सबसे प्रदूषित दिन रहा। बुधवार के दिन सुबह से ही आसमान में धुंध छाई रही। चारों तरफ धुआं ही धुआं नजर आया। जिससे लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। इस दौरान जो हैरान करने वाली बात थी कि हवा में काफी धूल के कण महसूस किए गए। जिससे लोगों को दिन भर सांस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या
प्रदूषण विभाग की मानें तो बुधवार को शाम 5:45 पर लिया गया आंकड़ा 480 के पार पाया गया। जिससे शहर की आबोहवा काफी जहरीली महसूस की गई। वहीं चिकित्सकों की मानें तो उनका कहना है कि पहले की तुलना में इस बार दिसंबर के महीने में सर्दी कुछ ज्यादा है। इसलिए कुछ लोग अलाव जलाने के लिए लकड़ी या वेस्ट मटेरियल जलाते हैं। जिसके कारण प्रदूषण की मात्रा में अधिकता हो जाती है। और यही कारण है कि लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही चिकित्सकों ने बताया कि इस मौसम में खास तौर से सांस के मरीज और बच्चों एवं बुजुर्गों को सांस लेने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहीं वजह है कि बुधवार को फिर से अस्पतालों में सांस के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला।
प्रदूषण फैसने की वजह क्या ?
हालांकि प्रशासन की प्रशासन की ओर से गाजियाबाद में प्रदूषण पर रोकथाम के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा काफी सख्त रुख अपनाते हुए कई बिल्डर्स एवं प्रदूषण फैलाने वाली कई फैक्ट्रियों पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई है। बावजूद इसके हवा में फैली जहर की मात्रा दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है।
प्रदूषण की रोकथाम को लेकर क्या कर रहा है प्रशासन ?
उधर इस मामले में अपर जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह वर्मा का कहना है कि जिस तरह से एकाएक फिर से गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ रहा है इसे कम करने के लिए अभी कई इलाकों में ऐसी फैक्ट्रियों को चिन्हित किया जाएगा। जिनके कारण प्रदूषण अधिक फैलता है। इसके अलावा शहर में इस बात का भी ध्यान रखा जाएगा कि लोग वेस्ट मेटेरियल जलाकर सर्दी से बचाव ना करें।

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