पहली नवरात्रि पर बुधवार रात करीब 11 बजे कुट्टू का आटा खाने से तबियत बिगड़ने की पहली सूचना गांव डबाना से आई। यहां के कुछ लोग मोदीनगर के अस्पताल में लाए गए। इसके बाद तो पूरी रात मरीज अस्पतालों में पहुंचते रहे। डबाना के अलावा सौंदा, शेरपुर, पतला, डबाना, उजैड़ा और नगला गांव के लोग बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचने शुरू हो गए।
1 घंटे के अंदर हुई लोगों की तबियत खराब
SDM शुभांगी शुक्ला रात में ही अस्पतालों में पहुंचीं। उन्होंने CMO को फोन कर बेहतर इलाज देने के लिए कहा। इसके बाद डॉक्टरों की टीम रातभर इलाज में जुटी रही। ज्यादातर मरीजों का कहना था कि उन्हें कुट्टू खाने के कुछ देर बाद चक्कर आए। फिर उल्टियां होने लगी और इसके बाद लगातार हालत बिगड़ती चली गई। ज्यादातर लोगों को यही समस्या है। लोगों ने अधिकारियों को बताया कि उन्होंने अलग-अलग दुकानों से कुट्टू का आटा खरीदा था।