डाग स्क्वाड की मदद ली गई। 20 अक्टूबर को पुलिस अधीक्षक एमार आहिरे के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षर नेहा पांडे के निर्देशन व अनुविभागीय अधिकारी गरियाबंद संजय ध्रुव के पर्यवेक्षण में सुबह क्राइम स्क्वाड और डाग स्क्वाड के साथ बालिका की पतासाजी में पुलिस जुट गई। तभी डाग स्क्वाड को एक गड्ढे में संदेहास्पद वस्तु होने का संदेह हुआ। गड्ढे की सफाई की गई तो उक्त गुम बच्ची का शव मिट्टी में दबा हुआ मिला। मौके पर कार्यपालिका दंडाधिकारी एर एफएसएल फारेंसिक टीम रायपुर को सूचित कर उनकी उपस्थिति में पहचान कार्यवाही एवं घटनास्थल का निरीक्षण किया गया, जिसमें परिजनों द्वारा बालिका का ही शव होने की पुष्टी की गई। मौके पर पंचनामा के बाद मृतका का शव पीएम के लिए भेजा गया। पीएम रिपोर्ट में बताया गया कि बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई है।
पीएम रिपोर्ट के बाद सिटी कोतवाली पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों को तलाश शुरू कर दी गई। संदेह के आधार पर संदेही एक नीलकंठ उर्फ नीलू नागेश व नितिन यादव से सघन पूछताछ की गई, जिसके बाद आरोपियों ने नाबालिक का अपहरण कर दुष्कर्म कर हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपी नीलकंठ उर्फ नीलू नागेश (22) पिता गोरेलाल निवासी डाकबंगला, नितनि यादव (23) पिता आनंदराम निवासी दरीपारा थाना गरियाबंद को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।