आपको बता दें कंपनी अभी अपने इन ऐप्स के लिए किसी भी तरह का चार्ज नहीं लेती है। रिपोर्ट की माने तो कंपनी अपने इन ऐप्स में प्रीमियम कॉन्टेंट के लिए पैसे चार्ज कर सकती है। हालांकि, यूजर्स के लिए ये ऐप्स तब भी मुफ्त रहेगा। उन्हें केवल प्रीमियम कॉन्टेंट के लिए ही पैसे देने होंगे। मतलब की इच्छुक ग्राहक ही ऐसे कॉन्टेंट के लिए पैसे देंगे। वहीं, बाकी के कॉन्टेंट पहले की तरह फ्री में ही उपलब्ध होंगे।
जियो के इस कदम से लगता है कि वह अपने इन ऐप्स से पैसा कमाना चाहती है। इस लिए वो इस तरफ के बिजनेस मॉडल पर काम कर रही है। लेकिन कंपनी के इस कदम से ग्राहकों को अब जियो की सर्विस थोड़ी महंगी पड़ सकती है।दरअसल जियो ही ऐसी टेलीकॉम कंपनी है जिसकी वहज से दूसरी कंपनियों को अपने प्लान्स सस्ते करने पड़े थे। इसकी वजह से आज हम कम पैसे में ज्यादा सुविधा ले पा रहे हैं। वहीं, अब उम्मीद है कि जियो के इस बिजनेस मॉडल की वजह से दूसरी दूरसंचार कंपनियां भी अपने ऐप्स के लिए शुल्क ले सकती हैं।