रेलवे ने यह जानकारी दी है कि इस काम को साल 2016 के जनवरी महीने में शुरू किया गया था। इसके लिए सबसे पहले महाराष्ट्र के मुंबई सेंट्रल स्टेशन से यात्रा शुरू की गई थी, जो तेज और फ्री रेलवायर वाई-फाई का पहला स्टेशन था। वहीं, इस नेटवर्क को देश के दूसरे स्टेशन तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। रेलवे ने कहा है कि स्टेशन पर दिए जाने वाले हाई स्पीड इंटरनेट के जरिए हम गांव और शहर की दूरी को कम करना चाहते हैं।
रिपोर्ट की माने तो इस काम को 2 साल और 3 महीने में पूरा कर लिया गया है। इसमें देशभर के कुल 1000 स्टेशन को कवर किया गया है। मतलब की अब यात्री स्टेशन पर मिल रहे मुफ्त इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे। इस सर्विस से उन लोगों को सबसे ज्यादा सुविधा मिलेगी, जो स्टेशन पर रेल के आने का घंटो इंतजार करते रहते हैं। यूजर्स को मुफ्त में डाटा चलाने के लिए मोबाइल डाटा कनेक्शन की जरूरत पड़ेगी। साथ ही उन्हें KYC भी भरना होगा।