प्रदुषण के स्तर में काफी हद तक आएगी कमी:
वैसे सीएनजी वाली गाड़ियों की बात करें तो इससे पेट्रोल-डीजल वाली गाड़ियों की तुलना में से बहुत कम प्रदूषण फैलता है, इसलिए तो सरकार द्वारा लागू किए गए आडइवन फार्मूले के तहत इन गाड़ियों को हमेशा चलाए जाने की मांग की गई थी।
अब केंद्र सरकार ने एक नए ईंधन की खोज की है जिसका नाम एच-सीएनजी रखा है. एच-सीएनजी में 18 फीसदी हाइड्रोजन और 82 फीसदी सीएनजी का मिश्रण होगा। इस ईंधन का उपयोग करने से सीएनजी वाहनों में कई फायदे मिलेगें। बता दें, इससे न केवल वाहनों की क्षमता बढ़ेगी, बल्कि सीएनजी के मुकाबले प्रदूषण भी कम होगा। इसके अलावा वाहनों में नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन में 50 फीसद तक कमी आएगी। वहीं वाहनों के माइलेज में भी तीन से चार प्रतिशत तक की बढ़त देखने को मिलेगी।