बता दें कि Nokia और Motorola अपने फोन्स को मेड इन इंडिया डिवाइस के तौर पर बिक्री करती है। इनके मोबाइल के बैक पैनल पर भी मेड इन इंडिया का टैग लग रहता है। ऐसे में इन दोनों स्मार्टफोन कंपनियों ने अपने हैंडसेट बनाने के लिए भारतीय स्मार्टफोन निर्माता कंपनी Lava Mobile के साथ डील की है। माना जा रहा है कि इस डील से Nokia और Moto के मेड इन इंडिया स्मार्टफोन की लागत कम आएगी।
रिपोर्ट के अनुसार हैंडसेट निर्माण के लिए लावा की टेलिकॉम कंपनियों से भी बातचीत चल रही है। बताया जा रहा है कि एक टेलिकॉम कंपनी भी लावा से अपने लिए मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग करा सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, लावा और टेलिकॉम कंपनी के बीच बातचीत एडवांस लेवल पर पहुंच गई है। यह एक को-ब्रैंडेड स्मार्टफोन होगा। वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक, लावा ने अपने एक बयान में कहा है कि देश की एक टेलीकॉम कंपनी के साथ उसकी बातचीत आखिरी चरण में है। वहीं अन्य तीन टेलीकॉम कंपनियों से सस्ते स्मार्टफोन तैयार करने के लिए बातचीत जारी है।
बताया जा रहा है कि नोकिया और मोटरोल के अलावा लावा की एक अन्य स्मार्टफोन कंपनी के साथ भी बातचीत चल रही है। अगर ये
डील फाइनल हो जाती है तो Lava कुल तीन स्मार्टफोन ब्रांड के स्मार्टफोन का निर्माण कर सकती है। बता दें कि एक वक्त भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में लावा का बड़ा शेयर था लेकिन चीनी स्मार्टफोन कंपनियों के आने से लावा का मार्केट शेयर कम होता गया। बता दें कि लावा फीचर फोन का भी निर्माण करती है। अब इसके साथ ही वह कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में उतर रही है। AT&T और जनरल इलेक्ट्रिकल्स जैसी कंपनियों के लो-कास्ट स्मार्टफोन का निर्माण कर रही है।
बता दें कि लावा भारत की दूसरी सबसे बड़ी फीचर फोन बनाने वाली कंपनी है। लावा का लक्ष्य आने वाले समय में 30 से 40 मिलियन फीचर फोन बनाने का है। पिछले दिनों ही लावा ने अपने दो फीचर फोन लॉन्च किए हैं।