यह फैसला युगांडा की संसद में लिया गया है, जिसे एक जुलाई से लागू किया जाएगा। राष्ट्रपति योवेरी मुसेवनी ने इस मसले पर कहा कि इस कानून के आ जाने के बाद से सोशल मीडिया के जरिए होने वाली हिंसा और गल अफवाहों को रोका जा सकता है।
हालांकि इसे कैसे लागू किया जाएगा इसपर असमंजस की स्थिती बनी हुई है, क्योंकि देश में 2.3 करोड़ मोबाइल सब्सक्राइबर्स हैं, जिसमें में 1.7 करोड़ यूजर्स ही इंटरनेट का यूज करते हैं। ऐसे में यह पता लगा पाना कि कौन सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहा है और कौन नहीं यह कह पाना मुश्किल होगा।
बता दें कि दुनियाभर में फेसबुक का प्रतिमाह इस्तेमाल करने वाले 2.19 बिलियन यूजर्स है, जबकि हर महीने Whatsapp का 1.5 बिलियन लोग यूज करते हैं। वहीं twitter को 327 मिलियन लोग हर महीने सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में युगांडा की संसद द्वारा लिया गया यह फैसला यूजर्स को टेंशन देने वाला है और यह भी सोचने के लिए मजबूर करने वाला है कि सोशल साइट्स इस्तेमाल करें या नही।
गौरतलब है कि फेसबुक डेटा लीक मामले के चलते इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है और यही वजह है कि वो अपने फीचर में कई बदलाव करके उसे यूजर्स के लिए मजबूत बना रहा है। ऐसे में इस देश द्वारा लिया गया यह फैसला उसके यूजर्स को कम करने वाला है।