नरसिंहपुर जिले की गाडरवारा विधानसभा सीट पर कुल 2 लाख 16 हजार 875 मतदाता हैं जिनमें 1 लाख 11 हजार 290 पुरुष और 1 लाख 5 हजार 581 महिला मतदाता हैं। इस बार भाजपा के सांसद राव उदय प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया गया था। वहीं कांग्रेस ने सुनीता पटेल को दोबारा चुनाव में उतारा था। 17 नवंबर को हुई वोटिंग में कुल 81.66 फीसदी मतदान हुआ था।
नरसिंहपुर जिला एमपी के चर्चित शहरों में शामिल है। यहां की गाडरवारा विधानसभा क्षेत्र इसलिए भी खास है क्योंकि गाडरवारा शहर में ही आचार्य रजनीश ‘ओशो’ का बचपन गुजरा था, इसलिए गाडरवारा शहर को ओशो की नगरी भी कहा जाता है।
यहां से भाजपा ने होशंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के सांसद राव उदय प्रताप को प्रत्याशी बनाया था। राव उदय प्रताप सिंह साल 2019 के लोकसभा चुनाव में होशंगाबाद सीट से 3 लाख से भी ज्यादा वोटों से चुनाव जीते थे। गाडरवारा विधानसभा सीट पर 2018 की बात करें तो कुल 1 लाख 88 हजार 207 मतदाताओं ने वोट डाले थे। जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार सुनीता पटेल 15 हजार 363 वोटों से जीत गई थी। सुनीता पटेल को 79 हजार 342 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी गौतम सिंह पटेल को 63 हजार 979 वोट मिले।
इससे थोड़ा पीछे चले तो 2013 के चुनाव में भाजपा उम्मीदवार गोविंद सिंह पटेल को 61 हजार 202 वोट मिले थे और वे विधायक चुने गए थे। कांग्रेस उम्मीदवार सुनीता पटेल को 35 हजार 889 वोट मिले। हार-जीत का अंतर 25313 था।
इसी प्रकार गाडरवारा विधानसभा सीट पर 2008 के चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी सादना स्थापक विधायक बनी थी। स्थापक को 35 हजार 895 वोट मिले थे, जबकि भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह पटेल को 29 हजार 792 वोट मिले थे।
गाडरवारा विधानसभा सीट के प्रमुख मुद्दे
– बढ़ती महंगाई से जनता परेशान है
– एनटीपीसी में स्थानीय लोगों को रोजगार न मिलना
– दलहन की गुम होती पहचान, उद्योग धंधों का बंद होना
– किसानों को फसलों का सही दाम न मिलना, जर्जर सड़कें, बेरोजगारी भी बड़े मुद्दे।