विश्व कप की शुरूआत से पहले अजेर्टीना और फ्रांस दोनों को खिताब का दावेदार माना जा रहा था। अब जबकि यह दोनों टीमें नॉकआउट में भिड़ रहीं हैं तो एक बात तय है कि एक टीम इस रेस से बाहर हो जाएगी। अजेर्टीना ने हालांकि उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया है। ग्रुप दौर में उसके प्रदर्शन ने कई लोगों को मायूसी दी, लेकिन टीम ने जरूरत के समय अपने आप को संभाला और अगले दौर में जगह बनाई।
फ्रांस के खिलाफ उसे अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा। वह जिस तरह का खेल खेलती आई है अगर वही खेलती रही तो फ्रांस के लिए क्वार्टर फाइनल का रास्ता खुला होगा। अजेर्टीना की टीम की परेशानी यह है कि वह अपने कप्तान लियोनेल मेसी पर टिकी है। वह जब भी फंसती है उम्मीद करती है के मेसी अपना करिश्मा दिखाएं। नाइजीरिया के खिलाफ ग्रुप दौर के अंतिम मैच में अजेर्टीना को जीत चाहिए थी और मेसी ने मैच का पहला गोल कर अपनी टीम का हौसला बढ़ाया था हालांकि मार्कस रोजो ने अजेर्टीना के लिए विजयी गोल किया था।
फ्रांस के लिए भी यह मैच किसी भी लिहाज से आसान नहीं होने वाला है क्योंकि ग्रुप दौर में उसे कोई कड़ा प्रतिद्वंद्वी नहीं मिला। अब जबकि अजेर्टीना जैसी मजबूत टीम और मेसी जैस महान स्ट्राइकर उसके सामने है तो उसे बेहद सतर्क रहना होगा। फ्रांस ने इस विश्व कप में एक गोल खाया है और तीन गोल किए हैं। वह इस विश्व कप में गोलरहित ड्रॉ खेलने वाली इकलौती टीम है। उसने ग्रुप दौरे के अपने आखिरी मैच में डेनमार्क के साथ ड्रॉ खेला था।
इस मैच में फ्रांस के डिफेंस की कड़ी परीक्षा होनी है जिसके लिए टीम के कोच दिदिर डेसचेम्प्स ने तैयारी कर ली होगा। वह मेसी के खिलाफ किस रणनीति से उतरते हैं वो देखना होगा। फ्रांस की उम्मीदें एंटोनी ग्रीजमैन, पॉल पोग्बा और उमतिति पर टिकी होंगी। यह तीनों खिलाड़ी ऐसे हैं जो अजेर्टीना के खेल को जानते भी हैं और उसे टक्कर देने का माद्दा भी रखते हैं।