फिरोजाबाद लोकसभा से राजबब्बर वर्ष 2009 में सांसद चुने गए थे। सांसद चुनने के बाद क्षेत्रीय जनता ने उन्हें अपनी परेशानी बताई थी। नाव से ग्रामीणों को यमुना पार करता देख उन्होंने यमुना पर पुल बनाने की जिम्मेदारी ली थी। इस कार्य को पूरा करने के लिए आगरा के पीडब्ल्यूडी विभाग को जिम्मेदारी दी गई। अधूरा काम छोड़कर पीडब्ल्यूडी इस कार्य को भूल गया। उसके बाद से लेकर आज तक यह पुल अधूरा ही पड़ा हुआ है। करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी उसका लाभ क्षेत्रीय जनता को नहीं मिल सका।
फिरोजाबाद के अधिकारियों को यहां तक जानकारी नहीं थी कि पुल का निर्माण किस संस्था द्वारा कराया जा रहा है। काफी खोजबीन के बाद आगरा पीडब्ल्यूडी द्वारा इस पुल का निर्माण कार्य कराए जाने की बात निकलकर सामने आई। एडीएम एपी श्रीवास्तव ने बताया कि जानकारी करने पर पता चला है कि पीडब्ल्यूडी ने जिस समय इस पुल का टेंडर लिया था। उस समय यमुना का बहाव कम था और यमुना सीमित दायरे में थी लेकिन यमुना का बहाव तेज होने के कारण मिट्टी का कटान हो गया और यमुना का विस्तार हो गया। ऐसे में यमुना पर पुल निर्माण को पूरा करने के लिए अभी तीन से चार पिलर और बढ़ाने पड़ेंगे। इसी के चलते पीडब्ल्यूडी ने इस कार्य को बीच में ही रोक दिया है। इस कार्य को पूरा कराए जाने के लिए आगरा के अधिकारियों से वार्ता चल रही है। जल्द ही इस पर कार्य प्रारंभ कराया जाएगा।
बारिश के दिनों में यमुना के आवागमन को अधिकारियों द्वारा बंद करा दिया जाता है। यमुना का जल स्तर बढ़ने पर कई बार यमुना में नाव पलटने के कारण लोगों की जान तक जा चुकी है। इसी के चलते बारिश शुरू होते ही प्रशासन यमुना के रास्ते को बंद करा देता है। उसके बाद लोगों को तीन किलोमीटर का सफर तय करने के लिए 35 किलोमीटर घूमकर जाना पड़ता है।