विधानसभा चुनाव में उठी थी चिप्स फैक्ट्री की मांग हालांकि सुहागनगरी में चिप्स फैक्ट्री लगाने का आश्वासन कांग्रेस सांसद राजबब्बर ने क्षेत्रीय किसानों को दिया था। उनके द्वारा आलू किसानों के हित में कोई काम नहीं किया गया। उसके बाद विधानसभा चुनाव में वादों का दौर शुरू हुआ और भाजपा की ओर से आए मंत्रियों ने चिप्स फैक्ट्री लगाने का आश्वासन दिया लेकिन आज तक चिप्स फैक्ट्री तो दूर की बात आलू किसानों की समस्याओं को सुनने वाला भी कोई नहीं है। अब भाजपाई चिप्स फैक्ट्री के मुद्दे को कांग्रेस का बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
इस क्षेत्र में होती है आलू की बंपर पैदावार फिरोजाबाद जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में आलू की बंपर पैदावार की जाती है। महंगी खेती होने के बाद भी किसान आलू की पैदावार करता है। विगत तीन साल से आलू में नुकसान उठाने के बाद अब आलू किसान परेशान हो गया है। बैंक के साथ-साथ कोल्ड स्टोरेज स्वामी और सूदखारों के ब्याज तले किसान दब गया है। कुछ किसानों ने इस बार आलू की फसल करना ही छोड़ दिया जबकि कुछ किसान अभी भी कर्ज लेकर आलू की फसल इस उम्मीद के साथ कर रहे हैं कि आगे उन्हें इसका लाभ मिलेगा।
फैक्ट्री लगे तो मिले रोजगार इस क्षेत्र में बेरोजगारी की काफी बड़ी समस्या है। देहात क्षेत्र के लोगों को फिरोजाबाद के कांच उद्योग से रोजगार मिल जाता है लेकिन आज का युवा कांच के कारखानों में घुटकर नहीं जीना चाहता। इसलिए रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेशों का रूख कर रहा है। ऐसे में यदि क्षेत्र में चिप्स फैक्ट्री लगकती है तो इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।