सेना के साथ पहुंचे फिरंगी
आजादी की जंग को लेकर क्रांतिकारियों की मंत्रणा गांव गुंदाऊ में चल रही थी। तभी तानाशाह दरोगा इमदाद खां और तहसीलदार अंग्रेजी सेना के साथ इन्हें पकड़ने पहुंच गए थे। जहं अपने आपको घिरता देख क्रांतिकारियों ने वंदे मातरम की आवाज को बुलंद करते हुए अंग्रेजी सेना के हथियार डलवा दिए थे। स्वतंत्रता सेनानी भूप सिंह और मक्खनपुर के राजाबाबू ने भी अंग्रेजों ने छक्के छुड़ा दिए थे। इनके अलावा और भी ऐसे क्रांतिकारी फिरोजाबाद में हुए जिन्होंने अंग्रेजों को भगाने के लिए सत्याग्रह शुरू किया और अंग्रेजी सेना के छक्के छुड़ा दिए।