नहीं घुसने दी अंदर
शुक्रवार सुबह वह अपने दो वर्ष के मासूम बच्चे को साथ लेकर ससुराल पहुंच गई। जहां उसे घर में नहीं घुसने दिया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया। काफी मिन्नतें करने के बाद भी उसके लिए दरवाजा नहीं खोला गया। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई थी। पीड़िता ने पुलिस में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सुबह 10 बजे आई महिला शाम छह बजे तक इंतजार करने के करीब आठ घंटे बाद अपने मायके वापस लौट गई। अब रविवार को दोनों पक्षों के बीच पंचायत होगी।