आरटीआई में हुआ खुलासा
आरटीआई कार्यकर्ता आरके प्रजापति द्वारा मांगी गई सूचना के आधार पर दोनों मीटरों का परीक्षण किया गया था। उपभोक्ता फोरम के आदेश के बाद विद्युत विभाग ने मंजीत गुप्ता के बिल का 64 हजार रुपए माफ करते हुए बिल जमा किया। रणेभेरी के संयोजक ने बताया कि नगर क्षेत्र के 12 हजार 783 उपभोक्ताओं से विद्युत विभाग अब तक करीब सौ करोड़ से अधिक वसूल कर चुका है। इसे वापस कराने के लिए अब अभियान शुरू किया जाएगा। एक्सईएन लोकेंद्र बहादुर का कहना है कि शिकायत के आधार पर प्रयोगशाला में एक सिंगल मीटर का परीक्षण कराया गया था, जिसमें आरएफ मीटर तेजी से चल रहा था। बाकी नगर क्षेत्र में लगाए गए सभी मीटर ठीक काम कर रहे हैं।