नो क्लेम बोनस के फायदे नो क्लेम बोनस ( NCB ) की खासियत यह है हर क्लेम-फ्री वर्ष में आपका बीमा कवरेज का दायरा बढ़ जाता है। इस स्कीम के तहत बीमा कंपनियों जो बोनस देती हैं उसके आधार पर ग्राहक बीमा प्रीमियम में छूट भी पा सकते हैं। इसके अलावा, बीमा कंपनियां पॉलिसी प्रीमियम में बिना किसी बदलाव के बीमा कवरेज बढ़ाने और जिम, स्पा व योग सब्सक्रिप्शंस या वेलनेस से जुड़े हुए प्रॉडक्ट्स की सुविधा अपने ग्राहकों को ऑफर करती हैं।
कंपनी बदलने पर भी उठा सकते हैं इसका लाभ अगर आप मौजूदा बीमा कंपनी से खुश नहीं है और दूसरी बीमा कंपनी ( Insurance Company ) के पास शिफ्ट होना चाहते हैं तो यह बोनस भी आपके खाते में वहां ट्रांसफर हो जाता है। इस सुविधा का लाभ तभी मिलता है जब आप हेल्थ पॉलिसी को रिन्यू डेट से पहले ही रिन्यू करा लें। बीमा कंपनियां शुरुआती रिन्यूअल डेट से 30 दिनों तक का समय रिन्यू कराने के लिए देती हैं। अगर इस दौरान भी पॉलिसी रिन्यू नहीं करा पाए तो बोनस की सुविधा लेने से आप वंचित हो जाएंगे। इस सुविधा का लाभ ग्राहक सिंगल और फैमिली फ्लोटर दोनों हेल्थ इंश्योरेंस प्लान में उठा सकते हैं।
कितना मिलेगा बोनस? बोनस की मात्रा बीमा कंपनियों की शर्तों पर निर्भर करती हैं। इसलिए इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय बीमा कंपनियां एनसीबी के तहत क्या ऑफर दे रही हैं, इसे जरूर चेक कर लेना चाहिए। कुछ बीमा कंपनियां 200 फीसदी तक सम इंश्योर्ड बढ़ाने की सुविधा देती हैं। जैसे कि अगर किसी शख्स ने 5 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदा है और लगातार चार साल तक उसने कोई क्लेम नहीं किया है तो हर साल उसका सम इंश्योर्ड 50 फीसदी यानी 2.5 लाख रुपए तक बढ़ सकता है। चार साल बाद सम इंश्योर्ड 15 लाख रुपए का हो जाएगा।
अगर आपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के तहत किसी पॉलिसी अवधि में सम इंश्योर्ड का 10 फीसदी तक भी क्लेम कर लिया तो एनसीबी का फायदा नहीं मिलेगा। लेकिन कुछ कंपनियां ऐसी हैं जो 25 फीसदी तक क्लेम के बावजूद एनबीसी का अपने ग्राहक को देती हैं।