किसानों की कमाई को डबल करने के मकसद से सरकार ने एक नई सुविधा दी है। जिसमें किसान CHC Farm Machinery ऐप पर खेती से संबंधित मशीनों को किराए पर दे सकते हैं। इससे उन्हें जहां अच्छा पैसा मिलेगा। वहीं जरूरतमंद किसान जिनके पास मशीन खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं वे किराए पर इसे लेकर खेती कर सकते हैं। ये ऐप बिल्कुल सामान्य ऐप की तरह है। इसमें किसान लिस्टिंग करके अपना डिटेल उसमें दे सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपना नाम रजिस्टर्ड कराना होगा। मशीनरी का रेट सरकार तय नहीं करेगी। मैकनाइजेशन एंड टेक्नॉलोजी डिवीजन के अनुसार मार्केट में कंपटीशन बनाने के लिए रेट तय करने का अधिकार अपलोडर को होगा। इससे अलग-अलग वैरायटी और कीमतों पर मशीनें मिल सकेंगी।
कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) बनाने के लिए सरकार 40 फीसदी तक सहायता देगी। इसमें 60 लाख रुपए तक का प्रोजेक्ट पास करवा सकते हैं। इसके जरिए किसान सस्ते दर पर मशीन खरीद सकते हैं। अगर आप कॉपरेटिव ग्रुप बनाकर मशीन बैंक तैयार करते हैं तो ग्रुप में 6 से 8 किसान होने चाहिए। इसमें 10 लाख रुपए तक का प्रोजेक्ट पास करा सकेंगे यानी आपको 8 लाख रुपए तक की सब्सिडी का लाभ ले सकते है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान राज्य के कृषि विभाग के इंजीनियरिंग डिवीजन में संपर्क कर सकते हैं। कृषि मंत्रालय (Agriculture Ministry) ने कस्टम हायरिंग सेंटर बनाने और उसका लाभ लेने के लिए 12 भाषाओं में HC Farm Machinery ऐप लांच किया है।