दरअसल हिंदू धर्म (Hindu Religion) में हर माह व्रत और त्यौहारों का सिलसिला चलता ही रहता है। ऐसे में अंग्रजी का दूसरा माह फरवरी में हिंदू कैलेडर के माघ व फागुन माह आते हैं, जिसके चलते ये माह बेहद खास हो जाता है।
फरवरी माह के प्रमुख व्रत और त्योहार की लिस्ट माघ अमावस्या,भौमवती अमावस्या, मौनी अमावस्या – मंगलवार, 1 फरवरी माघ गुप्त नवरात्रि शुरु – बुधवार, 2 फरवरी गौरी तृतीया – बृहस्पतिवार, 3 फरवरी
– मौनी अमावस्या : मंगलवार, 1 फरवरी 2022
मौनी अमावस्या का पर्व इस साल 2022 में मंगलवार 1 फरवरी को है। इसे शास्त्रों में विशेष मान्यता दी गई है। माना जाता है कि इस नदियों में देवताओं का वास होता है। वहीं इस दिन गंगा स्नान और दान का खास महत्व है।
गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 2 फरवरी 2022 दिन बुधवार से हो रहा है. इस दौरान गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्या देवियां तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुनेश्वरी, छिन्नमस्ता, काली, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी की भी गुप्त तरीके से पूजा-उपासना की जाती है। माना जा रहा है कि इस बार रवियोग व सर्वार्थसिद्धि योग बन रहे हैं, जिससे मां दुर्गा की पूजा-उपासना का कई गुना अधिक फल प्राप्त होगा।
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन देवी पूजा के पूर्व कलश की स्थापना की जाती है और पूरे नौ दिनों तक सुबह-शाम देवी की पूजा-पाठ होती हैं।
घटस्थापना मुहूर्त : 02 फरवरी 2022, बुधवार, प्रात: 07:09 से 08:31 तक
ये दिन मां सरस्वती का प्राकट्य दिवस है। इस दिन माता सरस्वती की विशेष पूजा करने का विधान है। इस बार बसंत पंचमी तिथि का प्रारंभ- 05 फरवरी को सुबह 03.47 मिनट से शुरू होकर रविवार, 6 फरवरी 2022 को सुबह 03.46 मिनट पर पंचमी तिथि समाप्त होगी।
अचला सप्तमी और रथ सप्तमी नाम से माघ मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को जाना जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन नदियों में स्नान और सूर्य को अर्घ्य देने और दान पुण्य करने से व्यक्ति को आयु, आरोग्य और सुख समृद्धि प्राप्त होती है।
सप्तमी तिथि की शुरुआत: 07, फरवरी, सोमवार, दोपहर 4 बजकर 37 मिनट से
सप्तमी तिथि का समापन: 08 फरवरी, मंगलवार, सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर
रथ सप्तमी पर स्नान मुहूर्त: 07, फरवरी, प्रातः 5 बजकर 24 मिनट से सुबह 7 बजकर 09 मिनट तक
कुल अवधि: 01 घंटा 45 मिनट
अर्घ्यदान के लिए सूर्योदय का समय: सुबह 07 बजकर 05 मिनट।
माघी पूर्णिमा को लेकर शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन स्वयं भगवान विष्णु गंगा नदी में निवास करते हैं। इस दिन पवित्र नदियों के घाट पर उत्सव जैसा माहौल होता है।
पूर्णिमा तिथि की शुरुआत : मंगलवार 15 फरवरी 2022 को शाम 09 बजकर 46 मिनट से
पूर्णिमा तिथि का समापन : बुधवार 16 फरवरी 2022 को रात 10 बजकर 29 मिनट तक।