एक विशेष जनसम्पर्क दिवस पर, औंग कस्बा के निवासी वेदव्रत ने डीएम को सूचित किया कि हनुमान मंदिर की जमीन पर अधिकारियों के संपर्क में आने वाले अवैध व्यापारियों ने दुकानें खोल ली हैं। वह कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया। डीएम ने लेखपाल को आदेश दिया कि मामले की विस्तृत जानकारी दी जाए, पर जब वह सतर्कता और उत्तरदायित्वपूर्ण जवाब नहीं प्राप्त कर पाया, तो उन्होंने लेखपाल की स्थिति को स्थाई रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया। यह भी बताया जाता है कि एक और हनुमान मंदिर की जमीन पर भी अवैध कब्जा है।