वहीं शनिवार को फतेहपुर सदर से बीजेपी विधायक विक्रम सिंह मीडिया को पूरे मामले में सफाई देते दिखे कि हम एक है और इस सीट को हम किसी भी कीमत पर जाने नहीं देंगे । वहीं बीजेपी ने अपने खिलाफ लाए इस अविश्वास प्रस्ताव पर सवालिया निशान उठाते हुए कहा कि 27 सदस्यों के इस अविश्वास में ज्यादातर जिला पंचायत सदस्यों के साईन फर्जी हैं, जिसमें उन्होंने राकेश प्रजापति का हलफनामा दिखाया जिसमें उन्होंने कहा कि उनके साईन फर्जी है । जिला पंचायत अध्यक्ष की मौजूद सीट निवेदिता सिंह के पास है जिनके खिलाफ सपा के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जगनायक सिंह की पत्नी सरोज देवी समेत 27 सदस्य अविश्वास प्रस्ताव लाए थे।
बता दें कि भाजपा के जिला पंचायत की अध्यक्ष निवेदिता सिंह के खिलाफ 4 सितंबर को अविश्वास प्रस्ताव का प्रार्थना पत्र जिला अधिकारी को सौंपा था । सत्ता के इशारे पर चलने वाली इस मुहिम को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं को बाजार भी तेज हो गया था । 46 सदस्यीय जिला पंचायत में अब तक भाजपा की फहराता रहा परचम एक बार फिर संकट में पड़ गया है। जिले भर के 27 जिला पंचायत सदस्यों ने डीएम को अविश्वास प्रस्ताव सौंपा था । अचानक हुये इस घटनाक्रम की भनक पहले किसी को नहीं रही। सदस्यों का आरोप था कि अध्यक्ष निवेदिता सिंह के प्रतिनिधि के रूप में उनके पति अभय प्रताप सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने जिला पंचायत को एक कंपनी बना दिया है। जिले में कोई विकास का काम नहीं कराया गया है। मनमाने तरीके पर से पद दुरूपयोग करते हुये नियमों को दरकिनार पर रख कर काम किया जा रहा है।