कैदियों ने चलाए लाठी-डंडे, जमकर हुई मारपीट फतेहगढ़ जेल के सूत्रों के मुताबिक गुरुवार की शाम को फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में वर्चस्व के लिए कैदियों के गुट में जमकर मारपीट हुई। कैदियों को अलग करने में बंदी रक्षकों को बेहद मुश्किल हुई। बाद में पहुंचे अन्य बंदी रक्षकों की मदद से अलग किया जा सका, फिलहाल जेल में तनाव की स्थिति बनी है। इसके चलते जेल गेट के बाहर पीएसी तैनात कर दी गई है। गौरतलब है कि इसी जेल में पूर्वांचल के कुख्यात बदमाश और विधायक कृष्णानंद राय को बीच सडक़ पर एके-47 से भूनने वाले मुन्ना बजरंगी का हत्यारा सुनील राठी और सुभाष ठाकुर भी बंद है। बताते हैं कि गुरुवार को सेंट्रल जेल में वर्चस्व को लेकर कैदियों के दो गुटों में विवाद हो गया। कहासुनी के दौरान बंदीरक्षकों ने शांत कराने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए। बवाल बढऩे पर जेल में दूसरी बैरकों के बाहर तैनात बंदी रक्षक पहुंचे और मारपीट कर रहे कैदियों को अलग किया। इससे कैदियों के बीच तनाव की स्थिति बन गई। घटनाक्रम की जानकारी होते ही जेल अधीक्षक व जेलर सहित कई जेल अधिकारी मौके पर पहुच गए हैं। जेल अधिकारियों ने घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। जेल अफसरों द्वारा कैदियों को समझाने का प्रयास चल रहा है। इस दौरान कैदियों के गुट जेल के मुख्य द्वार तक नारेबाजी करते चले आये। इसपर जेल प्रशासन ने तत्काल सुरक्षा और बढ़ा दी। एहतियात के तौर पर जेल गेट पर पीएसी तैनात कर दी गई है।
इसी जल में सुनील राठी और सुभाष ठाकुर इसी जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या में गिरफ्तार सुनील राठी और डी कंपनी का शार्प शूटर सुभाष ठाकुर सेंट्रल जेल में कई शातिर व कुख्यात अपराधी निरुद्ध हैं। इनके अलग अलग गुट बने हैं, जिसके चलते उनमें अक्सर टकराव की स्थिति बन जाती है। इसी जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या में आरोपित सुनील राठी तथा मुंबई की दाउद गैंग का शॉर्प शूटर सुभाष ठाकुर भी निरुद्ध है। हत्यारोपित सुनील राठी बागपत कारागार से स्थानांतरित करके भेजा गया है। बताते चलें कुछ वर्ष पहले कानपुर देहात जिले की जेल में बवाल के बाद कुछ कैदियों को भी फतेहगढ़ की सेंट्रल जेल स्थानांतरित कर दिया गया था।