मेरापुर थाना क्षेत्र के गांव पखना के मजरा मदायन निवासी राघवेंद्र सिंह ने इस बात की शिकायत पुलिस कप्तान से की है। शनिवार को एसपी को दिए अपने प्रार्थना पत्र में उन्होंने बताया कि 15 नवंबर 2019 को लोहिया महिला अस्पताल के बाहर खड़ी उसकी बाइक चोरी हो गई थी। इस मामले में शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
विवेचक ने बाइक नहीं बरामद होने पर मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। राघवेंद्र को जानकारी हुई कमालगंज थाने में तैनात दरोगा कैलाश बाबू उसकी चोरी की मोटर साइकिल काफी समय से चला रहे हैं। सोशल मीडिया पर दरोगा के बाइक चलाते हुए वीडियो भी वायरल हो गए।
जानकारी होने पर राघवेंद्र ने अपने परिचित को भेजकर थाने में खड़ी बाइक को दिखवाया। पंजीयन प्रमाण पत्र और बाइक का चेसिस नंबर एक होने पर पीड़ित ने एसपी को प्रार्थना पत्र दिया। हैरत की बात है कि बाइक पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट, तो छोड़ो नंबर भी नहीं पड़ा है।
पुलिस प्रतिदिन वाहन चेकिंग कर आम जनता को यातायात के नियमों का पालन करने का पाठ पढ़ाती है। खुद पर कोई नियम लागू नहीं करती है। दरोगा कैलाश बाबू ने इस संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। सीओ अमृतपुर रविंद्र नाथ राय ने थाने पहुंचकर दरोगा से मामले की जानकारी की।
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CO बोले लावारिस हालत में मिली गाड़ीसीओ ने बताया कि विगत तीन जून को यह बाइक महरूपुर रावी में लावारिस हालत में खड़ी पाई गई थी। थाने में स्थान न होने के कारण उसे खुदागंज चौकी पर खड़ा करा दिया गया था। थाने में सफाई होने के बाद चौकी से बाइक को थाने मंगवाकर खड़ी करवा दिया गया है।