आवास विकास तिराहे से नेकपुर के बीच राजस्थानी मूर्तिकार इस समय गजानन की मूर्तियों को अनुपम छटा देने में जुटे हैं। शुभ माने जाने वाले रंगों से प्रतिमाओं की सजावट की जा रही है। गणेश पांडालों में स्थापित की जाने वाली प्रतिमाओं को बड़े रूप में बनाया गया है। सड़क किनारे लगी प्रतिमाएं लोगों का मनमोह रही हैं। मूर्तियों को तैयार करने में राजस्थानी परिवारों की महिलाएं और बच्चे भी हाथ बटा रहे। मूर्तिकारों का कहना है कि मूर्ति तैयार करने में लगने वाले कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई है। दो सौ रुपये से लेकर 12 हजार रुपये लागत में प्रतिमाएं तैयार हो रही हैं। गणेश चतुर्थी के कुछ दिन ही रह जाने से ग्राहक भी आने लगे हैं। मूर्ति को रंग करने में एको फ्रेंडली रंगों का प्रयोग किया जा रहा है और जूट, प्लास्टर ऑफ़ पेरिस, खड़िया और बांस के ढांचे से मूर्ती तैयार की जा रही है गणपति को खुश करने के लिए भक्तों ने सुंदर से सुन्दर मूर्ती को बनाने का आर्डर पहले से बुक कराया हुआ है।
शहर के हर मोहल्ले में और गलियों में भगवान गणेश के पंडाल सजा दिए गए हैं। कटरा डमरू नाथ, पण्डा बाग, पक्का पुल, बजरिया, नितगनजा, महावीर गंज,नाला मछरट्टा, रस्तोगी स्ट्रीट,नितगनजा स्ट्रीट, लालगेट,बढ़पुर,आवास विकास,नेकपुर,भोलेपुर,नगला नैन , पांचाल घाट,कमालगंज कायमगंज ,शमसाबाद कम्पिल फतेहगढ़ में मछली टोला,सेन्ट्रल बैंक के पास,जाफरी,भूसा मण्डी,इस प्रकार से शहर में लगभग 200 स्थानों पर भगवान गणेश विराजमान होंगे।