रोल नंबर भरना जरूरी है
उत्तर पुस्तिका के प्रथम पेज पर रोल नंबर लिखने के स्थान पर बॉक्स होंगे। इनमें छात्रों को अपना रोल नंबर भरना होगा। 9 बिंदुओं की जानकारी
प्रथम पेज पर कुल 9 बिन्दु भरने होंगे। इनमें से 6 बिंदुओं की जानकारी छात्रों को देनी होगी जबकि 3 बिंदु पर परीक्षा निरीक्षक जानकारी देंगे। परीक्षा केंद्र का नाम लिखने का विकल्प कक्ष निरीक्षक को भरना पड़ेगा। कॉपियों के रंग में हुआ बदलाव
वर्ष 2025 में 10वीं कक्षा की ए कॉपी मेजेंटा पिंक रंग की होगी। वहीं बी कॉपी का रंग डार्क रेड रहेगा। वहीं 12वीं कक्षा की ए कॉपी डार्क ब्राउन रंग की होगी और बी कॉपी का रंग डार्क वायलेट होगा। बता दें, परीक्षा में नकल रोकने के लिए हर साल उत्तर पुस्तिकाओं का रंग बदला जाता है। इसी क्रम में वर्ष 2025 में भी कॉपियों का रंग बदला जाएगा। साथ ही कॉपियों के ऊपर पन्नों की क्रम संख्या जहां ऊपर प्रिंट रहती थी अब इसे बदलकर नीचे की तरफ शिफ्ट कर दिया गया है, जिससे कि 2025 की परीक्षा से कॉपियों के पन्नों की क्रम संख्या अब छात्रों को ऊपर की जगह नीचे छपी हुई देखने को मिलेगी।
नाम लिखना गलत है (UP Board Exam 2025)
बोर्ड (UP Board Exam 2025) की उत्तर पुस्तिका में नाम और रोल नंबर कहीं पर नहीं लिखा जाना चाहिए। इसके बाद भी कई छात्र अपना नाम, धर्म और रोल नंबर लिख देते हैं या फिर कोई खास चिन्ह बना देते हैं। बोर्ड ने इसे गलत बताया है और निर्देश में उल्लेख कर दिया गया है कि किसी प्रकार का चिन्ह कॉपी के ऊपर नहीं बनाना है। लोगो का साइज किया छोटा
यूपी बोर्ड (UP Board Exam 2025) की कॉपियों के अंदर माध्यमिक शिक्षा परिषद लिखा हुआ बड़ा सा लोगो का वाटरमार्क लगा रहता था। जिस पन्ने पर ये लोगो रहता था या तो छात्र उस पन्ने को छोड़कर अपना आंसर लिखते थे, या फिर उस स्थान को छोड़कर। ऐसे में बोर्ड ने लोगो का साइज छोटा कर दिया है और उसे पन्ने पर बने लाइन के ऊपर कर दिया है। अब लोगो प्रतीक चिन्ह वाले पन्ने पर भी छात्र आसानी से लिख सकेंगे।
बी कॉपी लेने पर ए कॉपी में करना होगा जिक्र (UP Board Exam 2025)
2025 की यूपी बोर्ड परीक्षा (UP Board Exam 2025) के दौरान जिन छात्रों को बी कॉपी लेने की जरूरत पड़ेगी उन सभी छात्रों को अब ए कॉपी में भी उसका जिक्र करना होगा, जिससे छात्र की बी कॉपी की सुरक्षा और अधिक पुख्ता हो जाएगी। नई व्यवस्था में बी कॉपी में एक कॉलम बनाया गया है जहां पर छात्र अपने रोल नंबर के अलावा ए कॉपी का सीरियल नंबर भी भरेंगे। ऐसे में कॉपियों के अदला बदला होने की गुंजाइश कम हो जाएगी।