चकरनगर तहसीलदार नरेन्द्र कुमार शनिवार दोपहर करीब दो बजे अपने कार्यालय में बैठकर विभागीय कार्य कर रहे थे, इसी दौरान क्षेत्रीय बीजेपी नेता मुकेश राजावत कई समर्थकों के साथ कार्यालय में घुस गये और तहसीलदार का मोवाईल फोन छीनते हुये उनका गिरेबान पकड़ कर कार्यालय में बाहर तक खींच कर ले आए। इस दौरान तहसीलदार की चीख-पुकार सुनकर तहसील में भगदड़ मच गयी। कुछ ही समय में गार्ड और स्टाफ की मदद से तहसीलदार को छुडवाया गया। चकरनगर तहसीलदार के साथ मारपीट की घटना से पुलिस विभाग में भी हड़कंप मच गया और कुछ ही समय में स्थानीय थाना से लेकर सहसों, भरेह और बिठौली से तहसील में पहुंचे। फोर्स ने तहसील परिसर को छावनी बना दिया।
चकरनगर तहसीलदार से अभद्रता के आरोपी भाजपा नेता मुकेश सिंह राजावत अपने साथियों के साथ तहसील बरामदे में धरने पर बैठ गये। वहीं धरने की सूचना पर एसडीएम चकरनगर इन्द्रजीत सिंह ने मौके पर पहुंचकर धरने पर बैठे लोगों की एक एक करके शिकायत सुनी और धरना प्रदर्शन को समाप्त कराया। इसके पूर्व राजस्व बकायादार आरोपी रामरुद्र उर्फ सरमन सिंह निवासी पथर्रा भरेह ने संबंधित थाना में तहसीलदार चकरनगर के खिलाफ अवैध धन उगाही के आरोप में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है। भाजपाईयों की उग्रता के शिकार हुए तहसीलदार नरेन्द्र कुमार ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित थाना में प्रार्थना पत्र दे दिया है, लेकिन समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने एक भी पक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया था।
बताते चलें कि एक दिन पूर्व तहसीलदार भरेह थाना के बड़े राजस्व बकायादार सरमन सेंगर के घर राजस्व वसूली के लिये अपनी टीम के साथ गये थे। इसी दौरान पूर्व ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि मुकेश राजावत द्वारा उनसे दूरभाष पर कुछ दिन का समय मांगा गया था, तो फोन पर ही तहसीलदार की कुछ नोंक-झोंक हो गयी थी। इसके बाद प्रमुख प्रतिनिधि अपनी टीम के साथ तहसीलदार कार्यालय में गये जहॉ पर बवाल हो गया।