‘फिल्म ‘प्रेम रतन धन पायो’ हर परिवार के लिए है। जिनके पास परिवार है, वे किस्मत वाले हैं। हर लिहाज से यह सर्वाधिक खूबसूरत फिल्म है। सच कहूं, तो सूरज ने बहुत ही खूबसूरत कहानी गढ़ी है। ऐसी कहानियां पर्दे पर बहुत कम देखने को मिलती हैं।’ यह कहना है सलमान खान का।
वह बुधवार को दिल्ली के ली मैरेडियन होटल में पत्रिका ग्रुप की ओर से आयोजित कन्वर्सेशन के दौरान बोल रहे थे। उनके साथ सोनम कपूर भी थीं। राजस्थान पत्रिका के डिप्टी एडिटर राजीव तिवारी और कैच न्यूज की पायल पुरी ने सलमान व सोनम से फिल्म से जुड़े अनुभवों पर बात की।
इस दौरान सलमान काफी मजाकिया मूड में नजर आए, उन्होंने अपने फैंस के साथ फोटो खिंचवाए और डांस भी किया। गौरतलब है कि राजश्री बैनर की फिल्मों का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इन दिनों ‘प्रेम रतन धन पायो’ को लेकर न सिर्फ लोगों, बल्कि बॉलीवुड में भी जबरदस्त उत्साह है।
एक ऐसा बैनर, जिससे सलमान को स्टारडम मिला, शोहरत मिली, पहचान बनी और एक ऐसा नाम मिला ‘प्रेम’, जो आगे चलकर सलमान के साथ हमेशा के लिए जुड़ गया। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि सलमान अब तक दर्जनभर से भी ज्यादा फिल्मों में प्रेम नाम से विभिन्न किरदार निभा चुके हैं।
कैसे पड़ा यह नाम?
दर्शक क्यों देखने जाएं ‘प्रेम रतन धन पायो’? 16 साल क्यों लगे सूरज-सलमान को साथ-साथ आने में? क्या वाकई सोनम नर्वस थीं? ऐसे ही सवालों से उभरती है सलमान और फिल्म ‘प्रेम रतन धन पायो’ की सच्ची तस्वीर…
26 साल पहले…
जब सूरज ने मुझे ‘मैंने प्यार किया’ ऑफर की, उस वक्त मुझे सिर्फ एक ही फिल्म का अनुभव था। कहानी अच्छी थी, फिल्म में मेरा नाम क्या रखा जाए, इस पर खूब सोच-विचार किया जा रहा था। चूंकि फिल्म लव स्टोरी थी, इसलिए सूरज छोटा और सॉफ्ट नाम रखना चाहते थे, जो लोगों के जुबां पर भी चढ़ जाए।
हर कैरेक्टर के नाम तय हो गए थे, बस मेरे कैरेक्टर का नाम फाइनल नहीं हो रहा था। सूरज को प्रेम नाम अच्छा लगा, लेकिन यह वह दौर था, जब यह अच्छा-खासा नाम भी बदनाम था, बस कुछ चंद लोगों की वजह से। प्रेम नाम है मेरा यानी प्रेम अंकल, प्रेम नाथ। पर्दे पर इन्होंने इतनी दहशत फैला रखी थी कि लोग अपने बेटों का प्रेम और प्राण नाम रखना पसंद नहीं करते थे।
हालांकि सूरज को प्रेम नाम स्टोरी के अनुसार जम गया था। मुझे भी अच्छा लगा। आखिरकार प्रेम की जीत हुई, आगे भी हुई और हमेशा होती रहेगी। हां, मुझे और सूरज को आज तक यह समझ नहीं आया कि प्रेम को हमने बनाया या प्रेम ने हमें।
प्रेम इज बैक, 16 साल बाद क्यों?
इससे पहले मैंने और सूरज ने तीन फिल्में ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’ और ‘हम साथ-साथ हैं’ की हैं। पांच साल के अंतराल में हमारी फिल्में रिलीज हुईं, लेकिन चौथी फिल्म के आने में 16 साल लग गए। दरअसल, हम दोनों को इतना टाइम इसलिए लग गया, क्योंकि कोई ऐसी कहानी नहीं थी, जिस पर हम साथ-साथ काम कर सकते।
यह मान लीजिए कि पिछले 16 साल से सूरज जिस स्टोरी पर वर्क कर रहा था, वह ‘प्रेम रतन धन पायो’ ही है। दरअसल, सूरज के काम करने का तरीका बिलकुल जुदा है। वह जब तक कहानी, कैरेक्टर, सैट आदि पर पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो जाता, आगे नहीं बढ़ता।
उसकी यही खासियत मुझे अट्रैक्ट करती है। हमने इस फिल्म के लिए 220 दिन शूटिंग की। बहुत ही खूबसूरत यात्रा रही। बहुत मजा आ रहा था काम करने में। लगता था मानो शूटिंग कभी खत्म न हो और हम लोग ऐसे ही काम करते रहें।
सोनम ने कहा कि ‘शुरू-शुरू में मैं सलमान के सामने आने में काफी नर्वस हुई थी, लेकिन सलमान इतने मजाकिया हैं कि बाद में नर्वसनेस महसूस ही नहीं हुआ। वे जितने अच्छे एक्टर हैं, उससे कहीं ज्यादा नेकदिल इंसान हैं। मैं इस फिल्म को लेकर बेहद एक्साइटेड हूं।’
दर्शकों की खुद की कहानी है,’प्रेम रतन धन पायो’
सलमान ने कहा कि इस फिल्म को दर्शक इसलिए देखें, क्योंकि यह उनकी अपनी कहानी है। फिल्म की कहानी हर परिवार से कनेक्ट होती दिखेगी, जिसमें माता-पिता का प्यार, भाई-बहन का रिश्ता और समाज से जुड़े आम मुद्दों पर बनी फिल्म है। इसमें पूरे हिंदुस्तान की कहानी को देखा जा सकता है। इससे भाई-बहन के रिश्ते को एक नया आयाम मिलेगा। जो भाई-बहन लड़ते-झगड़ते हैं, वे इस फिल्म को देखने के बाद शायद ही कभी लड़ें-झगड़ें।
(Photo by :- Shailendra Pandey)