अब तक छप्पन एनकाउंटर की बात जब भी आती है तो बाॅलीवुड फिल्म ‘अब तक छप्पन’ का जिक्र सबसे पहले आता है। साल 2004 में आई नाना पाटेकर की इस फिल्म में एनकाउंटर की मुख्य कहानी है, जिसमें पुलिस अधिकारी बने नाना पाटेकर मुंबई एनकाउंटर स्पेशलिस्ट होते हैं। वो 56 अपराधियों का एनकाउंटर करते हैं। उनके साथ उनके टीम के दूसरे अधिकारी भी एनकाउंटर करते हैं।
शूटआउट एट लोखंडवाला मुंबई के लोखंडवाला की एक बिल्डिंग में हुए शूटआउट को आधार को बनाकर बनी इस मल्टीस्टारर फिल्म में माफियाओं को पुलिस घेर कर गोली मारती है। फिल्म में पुलिस और माफिया के बीच जबरदस्त मुठभेड़ दिखाया गया है। फिल्म में विवेक ओबेरॉय, तुषार कपूर, संजय दत्तए सुनील शेट्टी, अरबाज खान और अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में नजर आए हैं।
शूटआउट एट वडाला अपूर्वा लाखिया की फिल्म ‘शूटआउट एट वडाला’ 2013 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में जॉन अब्राहम ने मान्या सुर्वे की भूमिका निभाई थी। मुंबई पुलिस के रिकॉर्ड का यह पहला एनकाउंटर था जो कि 11 जनवरी 1982 को हुआ था। अनिल कपूर ने फिल्म में पुलिस अफसर की भूमिका निभाई थी।
शागिर्द तिग्मांशु धूलिया के निर्देशन में बनी फिल्म ‘शागिर्द’ साल 2011 में आई थी। इस फिल्म में नाना पाटेकर एक बेईमान पुलिस अफसर की भूमिका निभाते हैं। इसमें अनुराग कश्यप की भी अहम भूमिका थी।
सहर अरशद वारसी की मुख्य भूमिका वाली फिल्म ‘सहर’ गाजियाबाद और उत्तर प्रदेश के माफियाओं के एनकाउंटर के इर्द-गिर्द घूमती है। इसमें अरशद वारसी ने एक तेज-तर्रार पुलिस वाले की भूमिका निभाई है। इस फिल्म को लोगों ने काफी पसंद किया था।
एनकाउंटरः द किलिंग ‘एनकाउंटरः द किलिंग’ नसरुद्दीन शाह की एक अंडररेटेड फिल्म थी। इस फिल्म की कहानी एनकाउंटर से शुरू होती है और फिर इसका प्लॉट काफी दिलचस्प बनता जाता है। वास्तव
संजय दत्त के मुख्य भूमिका वाली फिल्म ‘वास्तव’ का हीरो ही माफिया की भूमिका में होता है। पहले वो आम इंसान होता है, लेकिन धीरे-धीरे अपराध के दल-दल में धंसता चला जाता है। बाद में पुलिस उसका एनकाउंटर कर देती है।