गौरतलब है कि दिसंबर 2018 में बुलंदशहर जिले के स्याना इलाके में हुई हिंसा के बाद पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और स्थानीय निवासी सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। चिंगरावती गांव के बाहर मवेशियों के शव पड़े मिलने के बाद हिंसा भड़क गई थी। योगेश उन 80 लोगों में शामिल थे, जिनमें से 27 नामजद थे और बाकी अज्ञात थे। जिन्हें पुलिस ने हिंसा में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था।
योगेश राज घटना के समय बजरंग दल के बुलंदशहर इकाई के संयोजक थे, लेकिन अब इसके सदस्य नहीं हैं। जमानत पर रिहा हुए योगेश ने पंचायत चुनाव लड़ा था और छह उम्मीदवारों में से एक विजेता बनकर उभरे थे। राज्य में पहले चरण के चुनाव के दौरान स्याना विधानसभा क्षेत्र में 10 फरवरी को मतदान होना है।