पहले और दूसरे चरण में करीब 25-25 प्रतिशत उम्मीदवार दागदार
नंदीग्राम आज की सबसे महत्वपूर्ण सीटआज जिन 30 विधानसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें पुरुलिया जिले की 9, पूर्वी मिदनापुर जिले की सात, पश्चिमी मिदनापुर जिले की छह, बांकुड़ा जिले की चार और झारग्राम जिले की चार सीटें हैं। आज सबसे महत्वपूर्ण विधानसभा सीट नंदीग्राम पूर्वी मिदनापुर जिले की है। यहां से भाजपा ने शुभेंदु अधिकारी को अपना प्रत्याशी बनाया है, जबकि उनके खिलाफ राज्य की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी खुद मैदान में हैं। हालांकि, नंदीग्राम शुभेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है और वह यहां से लगातार जीतते रहे हैं। शुभेंदु ने करीब चार महीने पहले ही तृणमूल कांग्रेस छोडक़र भाजपा ज्वाइन की थी।
राज्य की 30 विधानसभा सीटों में से तृणमूल कांग्रेस और भाजपा ने 29-29 सीटों पर ही अपने प्रत्याशी उतारे हैं। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने पुरुलिया में जॉयपुर सीट से उज्जवल कुमार को अपना प्रत्याशी बनाया था, मगर दस्तावेजों में कुछ खामियों की वजह से चुनाव आयोग ने उनका नामांकन रद्द कर दिया है, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस वहां निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन दे रही है। वहीं, वामदल-कांग्रेस और पीरजादा अब्बास सिद्दीकी के गठबंधन ने सभी 30 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
भाजपा प्रत्याशी ने लोगों से किया ऐसा वादा, नोटिस मिलने के बाद चुनाव आयोग से मांगनी पड़ी माफी
भाजपा को जंगलमहल से उम्मीदपहले चरण में जिन इलाकों में वोटिंग हो रही हैं, उनमें अधिकतर नक्सल प्रभावित जंगलमहल का क्षेत्र है। भाजपा को इस इलाके से उम्मीद अधिक है, क्योंकि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को ज्यादातर सीटें यहीं से मिली थीं। बीते लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 में से 18 सीटों पर भाजपा जीती थी।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में कुल 294 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। राज्य में आठ चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च को होगी, जबकि दूसरे चरण के लिए 1 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इसके अलावा, तीसरे चरण के लिए 6 अप्रैल को, चौथे चरण के लिए 10 अप्रैल को, पांचवे चरण के लिए 17 अप्रैल को, छठें चरण के लिए 22 अप्रैल को, सातवें चरण के लिए 26 अप्रैल को और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को वोटिंग होगी। नतीजे 2 मई को घोषित होंगे।