दोनों नेताओं ने यहां लाल पोटली लेकर अन्न संकल्प लिया। अखिलेश यादव ने यहां प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि असली सरप्राइज उत्तर प्रदेश से नहीं बल्कि गुजरात से आएगा। उनका इशारा इस साल के अंत में गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव की ओर था। कहा कि किसान अपमानित हुए थे और उनकी बहादुरी और साहस से कानून वापस हुए हैं। कहा की यूपी चुनाव में इस गाजीपुर से उस गाजीपुर तक भाजपा का सफाया होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के दौर में मजदूर अपने घर पैदल ही जाने के लिए मजबूर हुए। बहुत से मजदूर तो घर तक नहीं पहुंच पाए। रास्ते में ही 90 से ज्यादा मजदूरों की जान चली गई। सपा और रालोद ने लोगों की मदद की। सपा ने 1-1 लाख रुपये लोगों को मदद के तौर पर दिए।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, हमारी सरकार आई तो साइकिल कारखानों को शुरू करने का काम करेगी। यही नहीं हम खोड़ा में अस्पताल और डिग्री कॉलेज बनवाएंगे। अखिलेश ने आगे कहा, मेट्रो का काम नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने शुरू किया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि, शहर की सुविधाएं, पर्यावरण, गंदगी को लेकर काम किया जाएगा। सपा सरकार शहर को अच्छा बनाने के लिए काम करेगी। मोदीनगर में विशेष ट्रामा सेंटर, साहिबाबाद में भी इलाज की व्यवस्था सरकार करेगी। अखिलेश ने कहा, कोरोना के समय सेविंग का पैसा निकालकर लोगों ने इलाज कराया।
अखिलेश ने आगे जनता से सपा और आरएलडी प्रत्याशियों के पक्ष में वोट डालने की अपील भी की। वह बोले, किसानों की जीत पर उन्हें बधाई देता हूं। केंद्र सरकार कृषि कानून लागू करने और हटाने तक किसानों को समझ नहीं सकी। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की राह में कील बिछाई, मवाली गुंडा कहा लेकिन अन्नदाता ने परवाह नहीं की।
राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान लोनी के भाजपा विधायक के कार्य को कोई भुला नहीं पाएगा। गाजियाबाद में पीसी में उन्होंने कहा कि आज 29 जनवरी है और बीती रात 28 जनवरी से एक साल पहले जो किसानों ने देखा और सहन किया वह सिर्फ उनका नहीं बल्कि सभी किसानों का अपमान था। इस दौरान उन्होंने कहा कि लोनी के भाजपा विधायक के कार्य को कोई भुला नहीं पाएगा।
इसके साथ ही जयंत चौधरी ने यह भी कहा कि एक तरफ वह सरकार है जो किसानों को दबाती है, और दूसरी तरफ विकास करने वाली सरकार होगी। अब युवाओं को तय करना है एक तरफ लाठी से मारने वाली सरकार है तो दूसरी ओर विकास करने वाली सरकार होगी। हमें जिन्ना और औरंगजेब से कोई लेना देना नहीं है। पढ़े लिखे लोग हैं, तरक्की और विकास की भाषा बोलते हैं। जयंत चौधरी ने कहा कि वह गाजियाबाद की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।