दरअसल, फरवरी 2021 में यूपी पुलिस ने सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन और उनकी माता पूर्व सांसद तबस्सुम हसन समेत 40 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लगाई थी। तभी से सपा विधायक नाहिद हसन मामले में वांछित चल रहे थे। शुक्रवार को सपा प्रत्याशी नाहिद हसन शामली कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। इसके बाद आज शनिवार को कैराना कोतवाली पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद अपर जिला सत्र न्यायालय फास्ट ट्रैक कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान कोर्ट के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किया गया था।
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भाजपा की पहली लिस्ट जारी, वेस्ट यूपी में इन दावेदारों को मिला टिकट भाजपा ने नेता दोबारा टिकट देने पर किया था विरोध बता दें कि नाहिद हसन के खिलाफ कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उन्हें कैराना से हिन्दुओं के पलायन का मास्टर माइंड तक कहा जाता है। सपा की लिस्ट जारी होने के बाद कई भाजपा नेताओं ने नाहिद हसन को टिकट दिए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया भी जाहिर की थी। नाहिद हसन के खिलाफ जमीन खरीदने के मामले में भी धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। शामली की विशेष अदालत ने नाहिद हसन को भगोड़ा घोषित कर रखा है। हालांकि नाहिद हसन ही कैराना से सपा के निवर्तमान विधायक हैं। जबकि उनकी मां तबस्सुम हसन कैराना से ही सांसद रही हैं।
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चंद्रशेखर को दे रहे थे दो सीट, लेकिन वे नहीं माने, भाजपा के किसी नेता को अब टिकट नहीं- अखिलेश पिछले साल ही किया था कोर्ट में सरेंडर उल्लेखनीय है कि लम्बे समय तक फरारी के बाद विधायक नाहिद हसन ने पिछले साल ही जनवरी अदालत में सरेंडर भी किया था। इसके बाद वह एक महीने तक जेल में रहे और जमानत पर बाहर आ गए। हालांकि इसके बाद फिर फरवरी 2021 में यूपी पुलिस ने नाहिद हसन और उनकी मां तबस्सुम हसन समेत 38 अन्य लोगों पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई कर दी थी।