उधर यूपी विधानसभा चुनाव के बाद सूबे की सियासी पार्टियों ने विधान परिषद चुनाव के लिए कमर कस ली है। वाराणसी के एमएलसी चुनाव को लेकर 15 मार्च से नामांकन की प्रकिया शुरू हो गई। बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग ने वाराणसी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचन 2022 का संशोधित कार्यक्रम 28 जनवरी को ही घोषित किया था। उसके तहत 15 मार्च से 19 मार्च के बीच नामांकन दाखिला होगा जबकि 21 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच और 23 मार्च तक नाम वापसी की प्रकिया चलेगी।
नामांकन को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं। नामांकन की प्रकिया पूरी होने के बाद 9 अप्रैल को मतदान और फिर 12 अप्रैल को मतगणना की जाएगी। बताते चले कि वाराणसी एमएलसी सीट के लिए वाराणसी के अलावा चंदौली और भदोही जिले में मतदान केंद्र बनाए जाएंगे.कुल 4949 मतदाता इस चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
वाराणसी एमएलसी सीट के लिए बाहुबली बृजेश सिंह फिर से चुनावी मैदान में हैं। पिछली बार बृजेश सिंह ने समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी मीना सिंह को दो हजार मतों से हराया था। अब लगातार दूसरी बार बृजेश सिंह विधान परिषद चुनाव के लिए ताल ठोंक चुके हैं। उनके नाम पर पहले चरण के नामांकन दाखिला के वक्त ही आवेदन फार्म लिया जा चुका है। बता दें कि वाराणसी एमएलसी सीट पर बृजेश का कुनबा पिछले 4 बार से जीतता आ रहा है। इसकी शुरूआत बृजेश के बड़े भाई उदयनाथ सिंह उर्फ चुलबुल सिंह ने की। वो बीजेपी से दो बार एमएलसी रहे। फिर बृजेश की पत्नी अन्नपूर्णा सिंह बसपा के टिकट पर एमएलसी बनीं। उसके बाद मार्च 2016 में ख़ुद बृजेश वाराणसी से एमएलसी बनकार राज्य की विधानसभा में पहुंचे। यहां ये भी बता दें कि बृजेश सिंह वाराणसी केंद्रीय कारागार में बंद हैं।