अपने पिता और कांग्रेस की तत्कालीन केंद्र सरकार में मंत्री रहे राम लाल राही की विरासत संभाल रहे सुरेश राही क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे किसानों के लिए धरना-प्रदर्शन तक कर चुके हैं। सीतापुर जिले में भाजपा, सपा और बसपा का प्रभाव है। यही तीनों दल जिले की राजनीति में प्रभावी भूमिका निभाते हैं , जबकि कांग्रेस के पास कभी यहां (Hargaon constituency) राम लाल राही जैसे धुरंधर नेता हुआ करते थे लेकिन उनकी मृत्यु के बाद उन जैसा दूसरा नेता जिले में अपना स्थान नहीं बना पाया। यही कारण है कि कांग्रेस का वोट बैंक बसपा, सपा और भाजपा में बंटता जा रहा है। Uttar Pradesh Assembly Election 2022 में भाजपा, सपा और बसपा में भिड़त होने वाली है। क्षेत्र में इन दलों के छोटे-बड़े नेता विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए गांवों-कस्बों में पहुंच कर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं।
हरगांव (Hargaon Assembly constituency) में विकास के मामले में जिले के अन्य क्षेत्रों जैसा है। किसानों को जहां खेती किसानी अब महंगी पडऩे लगी है तो युवाओं को रोजगार के अवसरों की तलाश है। क्षेत्र के ही एक युवक अंजेश का कहना है कि आसपास कोई खास काम नहीं है। इसलिए बेरोजगार हैं। छुट्टा जानवरों की समस्या यहां भी बनी हुई है। गन्ना उत्पादक किसानों को और सुविधाओं की दरकार है ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके। गन्ना मिल के कारण रोजगार के अवसर जरूर पैदा हुए हैं लेकिन गन्ना तौलाई से लेकर भुगतान के लिए किसानों को परेशान होना पड़ता है।