सट्टा बाज़ार में राजनीतिक पार्टियों की बोली सटोरियों ने जनवरी में भाजपा के उत्तर प्रदेश में 210 सीट जीतने का अनुमान लगाया था लेकिन सात चरण के चुनाव के अंतिम दौर में अब सटोरियों का अनुमान है कि प्रदेश की 403 सीटों पर से इस बार 190 सीटों पर भी कमल का फूल खिल पायेगा। जबकि कांग्रेस फिलहाल सट्टा बाज़ार की रेस से बाहर है। लेकिन कांग्रेस की कुछ विधानसभा सीटों पर सट्टा लगा हुआ है। लेकिन इसका रेट काफी कम है।
Satta Bazar in UP Assembly Elections एक बुकी ने अपना न प्रकाशित करने की शर्त पर पत्रिका को बताया कि भाजपा को अधिक सीटें मिलने का अनुमान था लेकिन किसानों ने पूरा समीकरण बदल दिया। अंतिम चरण के चुनाव से पहले फिर लहर बदल गयी है। हमारा अनुमान है कि इस बार भाजपा को 190 सीटें ही मिलेंगी। वहीं अखिलेश यादव भी इसी के आसपास दूसरे स्थान पर देखे जा रहे हैं। उन्हें 190 से कम सीटें दी जा रही हैं। जबकि सट्टा बाज़ार के कई जगहों पर अखिलेश यादव को 200 से ऊपर दे रहे है।
सटोरियों के मुताबिक शुरुआती हार के बाद भाजपा बहुमत से चुनाव जीतेगी। अगर सटोरियों के अनुमान के मुताबिक भाजपा इस बार चुनाव जीतती है तो 21 साल में ऐसा पहली बार होगा जब एक ही पार्टी दोबारा सत्ता में आयेगी। लेकिन भाजपा की आर्थिक नीतियों से लोगों में काफी नाराजगी है। जिसका सीधा फाइदा अखिलेश यादव को मिलेगा या यूं कहें कि मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।
यह भी:PM मोदी के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बनीं वाराणसी की 8 विधानसभा सीट, विधायकों के खिलाफ जनता सट्टा बाज़ार ने पहले 130 सीटें दी थीं सटोरियों ने चुनाव के शुरूआती रुझान को देखते हुये सपा को 130 सीटें दी थीं लेकिन अब उन्होंने इसके 140 से 190 सीट पर जीत हासिल करने का अनुमान लगाया है। बुकी भाजपा और सपा दोनों के लिये 100 का 100 भाव लगा रहे हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों को सटोरिये कोई भाव नहीं दे रहे हैं। उनके मुताबिक ये दोनों पार्टियां बस मूक दर्शक हैं। हालांकि सटोरियों ने बहुजन समाजवार्टी के लिये सिर्फ 15 सीटों पर ही जीत का अनुमान लगाया है। सट्टा बाजार पेशेवरों के जरिये अपना कारोबार करता है और इस बाजार में सिर्फ उनके भरोसेमंद ग्राहक ही पैसा लगा सकते हैं।