सौरभ चन्द्राकर है महादेव ऐप का संचालक
ऑनलाइन सट्टा में दिलचस्पी रखने वाले यूजर्स को क्रिकेट वर्ल्ड कप के अलावा इलेक्शन-2023 में बैटिंग करने का विकल्प एक विज्ञापन के तौर पर सीधे उनके मोबाइल स्क्रीन पर जारी किया गया है। बता दें कि ईडी (प्रर्त्यपण निदेशालय) ने महादेव ऐप के खिलाफ चालान पेश कर दिया है। इसके बावजूद दुबई में महादेव ऐप के संचालक सौरभ चन्द्राकर ईडी और आईटी विभाग को सीधी चुनौती दे रहा है।
50 हजार तक का दांव लगाने का विकल्प
महादेव ऐप में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश सहित देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस को मिलने वाली सीटों पर जीत के लिए दांव लगाने का विकल्प दिया गया है। साथ ही रेट कार्ड भी फिक्स हो गया है। लोग 100 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक की राशि एक बार में लगा सकते हैं। इसके अलावा इसमें कांग्रेस और भाजपा की सीटों की संख्या भी लगभग तय की गई है।
केंद्र से ऐप को बैन करने की मांग कर चुके हैं सीएम
चालान पेश होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई बार केंद्र सरकार से महादेव ऐप को बैन करने की मांग कर चुके हैं। सीएम कहना है कि केंद्र सरकार महादेव ऐप क्यों बंद नहीं कर रही है। यह ऐप पूरे देश में चल रहा है। इसके साथ भाजपा के लोग बैठते हैं। केक काट रहे और पार्टी कर रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रहे। उन्होंने भाजपा से पूछा है कि हमने कार्रवाई की, आप क्यों नहीं कर रहे। आपके उनसे क्या संबंध हैं?
ये भी पढ़ें: भाजपा-कांग्रेस में टिकटों पर विरोध मुखर, बगावत बुलंद करने में तोड़फोड़ से लेकर आत्मदाह तक का प्रयास