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Assembly Election 2023: अब चुनावों में हुई महादेव ऐप की एंट्री, प्रत्याशियों की जीत-हार पर दांव के लिए रेट कार्ड भी हुए तय

Mahadev App Scam: महादेव ऐप ऑनलाइन सट्टा ऐप दुबई से संचालित किया जा रहा है जिसपर ईडी लगातार नजर रख रही है। इसके बावजूद वर्ल्ड कप क्रिकेट के बाद अब यह पांचों राज्यों के चुनावों में दांव लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।

Oct 23, 2023 / 10:03 am

Prashant Tiwari

 Mahadev App entered in assembly election 2023 rate cards fixed for bet

 

दुबई से संचालित ऑनलाइन सट्टा ऐप महादेव बुक पर ईडी लगातार शिकंजा कस रही है। इसके बावजूद संचालकों पर इसका कोई असर नहीं हो रहा है। एक तरफ वर्ल्ड कप क्रिकेट तो दूसरी तरफ पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव को लेकर चार्ट तैयार किया गया है। महादेव ऐप ने इन विधानसभा चुनानों के लिए प्रत्याशियों की जीत-हार पर दांव लगाने के लिए रेट कार्ड भी तय कर दिए हैं। कांग्रेस व भाजपा की जीत और हार को लेकर ऑनलाइन बोली शुरू हो गई है।

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सौरभ चन्द्राकर है महादेव ऐप का संचालक

ऑनलाइन सट्टा में दिलचस्पी रखने वाले यूजर्स को क्रिकेट वर्ल्ड कप के अलावा इलेक्शन-2023 में बैटिंग करने का विकल्प एक विज्ञापन के तौर पर सीधे उनके मोबाइल स्क्रीन पर जारी किया गया है। बता दें कि ईडी (प्रर्त्यपण निदेशालय) ने महादेव ऐप के खिलाफ चालान पेश कर दिया है। इसके बावजूद दुबई में महादेव ऐप के संचालक सौरभ चन्द्राकर ईडी और आईटी विभाग को सीधी चुनौती दे रहा है।

50 हजार तक का दांव लगाने का विकल्प

महादेव ऐप में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश सहित देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा और कांग्रेस को मिलने वाली सीटों पर जीत के लिए दांव लगाने का विकल्प दिया गया है। साथ ही रेट कार्ड भी फिक्स हो गया है। लोग 100 रुपए से लेकर 50 हजार रुपए तक की राशि एक बार में लगा सकते हैं। इसके अलावा इसमें कांग्रेस और भाजपा की सीटों की संख्या भी लगभग तय की गई है।

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केंद्र से ऐप को बैन करने की मांग कर चुके हैं सीएम

चालान पेश होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई बार केंद्र सरकार से महादेव ऐप को बैन करने की मांग कर चुके हैं। सीएम कहना है कि केंद्र सरकार महादेव ऐप क्यों बंद नहीं कर रही है। यह ऐप पूरे देश में चल रहा है। इसके साथ भाजपा के लोग बैठते हैं। केक काट रहे और पार्टी कर रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं कर रहे। उन्होंने भाजपा से पूछा है कि हमने कार्रवाई की, आप क्यों नहीं कर रहे। आपके उनसे क्या संबंध हैं?

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