पत्रिका टीम सबसे पहले गाजियाबाद के प्रताप विहार इलाके में उस बूथ पर पहुंची। जहां पर भारी संख्या में मतदाता पहुंचने शुरू हो गए हैं। यहां सुरक्षा के इंतजाम भी चाक-चौबंद किए गए हैं और सभी मतदाताओं की सघन चेकिंग भी की जा रही है। कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत सभी लोगों को मोबाइल और उनकी पर्ची चेक करने के बाद ही मतदान केंद्र तक जाने दिया जा रहा है। मतदान केंद्र पर महिला और नौजवानों में काफी उत्साह दिखाई दे रहा है और सभी लोग अपने मत का प्रयोग करने पहुंचे हैं। साथ ही वह खुद भी अपील कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोग मतदान करने पहुंचें।
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UP Assembly Elections 2022 : मतदाता पहचान पत्र के अलावा मतदान करने के लिए आयोग ने दिये ये 12 विकल्प कैबिनेट मंत्री अतुल गर्ग की किस्मत दांव पर गाजियाबाद विधानसभा हॉट सीट से मौजूदा भाजपा विधायक व योगी कैबिनेट के मंत्री अतुल गर्ग का दावा है कि उनके कार्यकाल के दौरान क्षेत्र में जितना विकास हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। जबकि विपक्षी नेता उनके दावों पूरी तरह खारिज कर रहे हैं, उनका कहना है कि कुछ नहीं बदला है समस्याएं पहली की तरह ही हैं। अब देखने वाली बात ये होगी कि जनता आज अतुल गर्ग के दावे को सही साबित करने मतदान केंद्रों पर पहुंचेगी या फिर विपक्ष की बात को पानी देते हुए उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएगी।
भाजपा, सपा और कांग्रेस का रहा दबदबा दरअसल, गाजियाबाद सीट सामान्य वर्ग के बाहुल्य वाली सीट है। इसके साथ ही हर जाति-धर्म के लोग चुनाव में अहम भूमिका निभाते हैं। यही वजह है कि यहां हर बार विधायक बदल जाता है। इस सीट पर हमेशा भाजपा, बसपा और कांग्रेस प्रत्याशियों ने ही विजय पताका फहराई है। 2002 में यहां से कांग्रेस के सुरेंद्र प्रकाश गोयल विधायक बने थे तो 2007 में बीजेपी के सुनील शर्मा, वहीं 2012 में बसपा के सुरेश बंसल और 2017 में अतुल गर्ग पर जनता ने भरोसा जताया था।
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UP Assembly Election 2022: शामली की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं के पिंक बूथ हुए तैयार गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट के जातिगत आंकड़े गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 4 लाख 72 हजार हैं, जिनमें 2 लाख 60 हजार 328 पुरुष और 2 लाख 12 हजार 419 महिलाएं हैं। वहीं जातिगत आंकड़ों की बात की जाए तो यहां 80 हजार मतदाता दलित, 65 हजार मुस्लिम, 15-15 हजार मतदाता जाट और यादव मतदाता हैं। वहीं, 45 हजार ब्राह्मण, करीब 50 हजार वैश्य और 30 हजार पंजाबी मतदाता हैं।