यह भी पढ़ें – पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की पहली लिस्ट, 34 उम्मीदवारों को दिया टिकट
दरअसल गोवा में बीजेपी की स्थिति मजबूत बनाने में दिवंगत मनोहर पर्रिकर और लक्ष्मीकांत पारसेकर की मेहनत को काफी अहम माना जाता है। बावजूद इसके बीजेपी इन दोनों ही नेताओं के योगदान को नजरअंदाज कर रही है। जो पार्टी के ही कई नेताओं को समझ नहीं आ रहा है।
लक्ष्मीकांत पारसेकर अपनी परंपरागत सीट मंडरेम से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उनका टिकट काट दिया और दूसरे को दे दिया। इससे नाराज लक्ष्मीकांत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
कुछ ऐसा ही उत्पल पर्रिकर के साथ भी हुआ। उनके पिता की परंपरागत सीट पणजी से उन्हें टिकट नहीं दिया गया है। ऐसे में उत्पल ने बीजेपी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
बीजेपी छोड़ने को लेकर उत्पल पर्रिकर का दर्द भी शनिवार को छलका। पर्रिकर ने कहा कि पार्टी छोड़ना उनके लिए इतना आसान नहीं था। लेकिन कभी-कभी कठिन निर्णय लेना पड़ते हैं। पर्रिकर ने कहा कि अगर बीजेपी पणजी से मजबूत उम्मीदवार को टिकट देती मैं चुनाव छोड़ देता। हालांकि अब उत्पल ने पणजी से ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
बीजेपी ने की 34 उम्मीदवारों की घोषणा
गोवा चुनाव को लेकर बीजेपी अपने 34 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। बीजेपी की सूची में 9 उम्मीदवार ईसाई समुदाय के हैं, जबकि 3 सामान्य सीटों पर अनुसूचित जनजाति के नेताओं को कैंडिडेट बनाया गया है। पार्टी ने 9 सामान्य जाति के नेताओं को उम्मीदवार बनाया है, जबकि एक पत्रकार को भी टिकट दिया गया है। राज्य में 6 सीटें ऐसी हैं जहां से पार्टी ने नए उम्मीदवार उतारे हैं।
बता दें कि गोवा में एक ही चरण में 14 फरवरी को 40 सीटों पर विधानसभा चुनाव का मतदान होना है। जबकि 10 मार्च को नतीजे आएंगे।