यह भी पढ़ें – गोवा में बीजेपी को एक और झटका, पूर्व सीएम लक्ष्मीकांत पारसेकर ने भी दिया इस्तीफा
हालांकि इस बार चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को पहले से ज्यादा छूट दी है। प्रचार के दूसरे तरीकों में कुछ छूट दी गई है। पहले चरण का चुनाव प्रचार पिछले चुनावों की तरह अगर 72 घंटे पहले ही बंद होगा तो उससे संभवत: हफ्ते भर पहले छूट मिल सकती है।
मणिपुर में उग्रवादियों को वोट की इजाजत
मणिपुर में होने वाले चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत उग्रवादियों को भी वोट डालने की इजाजत दी गई है। आयोग ने मणिपुर के उग्रवादी गुटों को विधानसभा चुनाव में पोस्टल बैलेट के जरिए वोट करने की मंजूरी दी है। बता दें कि ये वो उग्रवादी हैं, जिन्होंने सरकार से सीजफायर का समझौता किया है।
इन उग्रवादियों के नाम वोटर लिस्ट में शामिल हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने इनके वोटिंग को लेकर कई शर्ते भी रखी हैं। आयोग के निर्देश के मुताबिक इन मतदाताओं को उनके मताधिकार के इस्तेमाल को ध्यान में रखते हुए पोस्टल बैलेट से वोटिंग करने की अनुमति दी जाएगी, क्योंकि इन्हें कैंप्स से बाहर नहीं लाया जा सकता है।