केशव मौर्य ने कहा कि सपा शासन में राज्य केवल दंगों के कारण जाना जाता था। सपा के कार्यकाल में 700 दंगे हुए थे, जबकि भाजपा की पांच साल की सरकार में यूपी में एक भी दंगा हुआ। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने अपनी प्राथमिकता में सबसे ऊपर कानून-व्यवस्था को रखा ताकि 24 करोड़ लोगों को सुरक्षा का माहौल दिया जा सके। इसका असर यह है के आज अगर सबसे ज्यादा कोई भयभीत है तो अपराधी, भ्रष्टाचारी और दंगाई हैं। अगर कोई निर्भीक है तो वह आगरा समेत समूचा उत्तर प्रदेश।
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने आगे कहा कि सपना देखना अच्छी बात है, लेकिन सपना मुंगेरीलाल सरीखा नहीं होना चाहिए जिसे अखिलेश यादव और उनकी कंपनी देख रही है। उनको लगता है कि सत्ता में उनकी वापसी होगी। सपा का आगरा में खाता नहीं खुलेगा। उत्तर प्रदेश दूर की बात है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कैराना से लोगों को पलायन करने के लिए मजबूर किया था, उनको सपा गठबंधन ने अपना प्रत्याशी बना दिया है।
अपनी पार्टी और सरकार का पक्ष लेते हुए मौर्य ने कहा कि भाजपा सुशासन और विकास करने वाली पार्टी है। दंगा मुक्त प्रदेश की गारंटी देने वाली पार्टी है।