औद्योगिक विकास ठप, सपने हैं अधूरे
झालरापाटन सीट से वसुंधरा राजे लगातार पांचवीं बार चुनाव मैदान में हैं, जबकि 64 वर्षीय रामलाल चौहान पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वर्तमान पीसीसी सदस्य चौहान पहले पिड़ावा के प्रधान, जिला परिषद सदस्य और 3 बार पंचायत समिति सदस्य रह चुके हैं। वे सोंधवाड़ी राजपूत महासभा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं।
झालरापाटन के शहरी क्षेत्र में अब तक भी ज्यादा बैनर-पोस्टर नहीं हैं, लेकिन चौपाल या दुकानों पर समूह में बैठे लोग चुनाव और मुद्दों पर चर्चा में व्यस्त नजर आए। झालरापाटन बाजार में कुछ लोगों से चुनावी मुद्दों को लेकर बात की तो जितेन्द्र पाटनी बोले कि क्षेत्र में औद्योगिक विकास की जरूरत है। यहां एक भी बड़ा उद्योग नहीं है और जो थे वे बंद हो गए। कोटा स्टोन उद्योग खत्म होने के कगार पर है।
कृष्णकांत अग्रवाल का कहना था कि झालावाड़ में बरसों से एयरपोर्ट की स्थापना की कवायद चल रही है, पर यह सपना अधूरा है। एम.कॉम. छात्रा मुस्कान सक्सेना ने कहा कि शिक्षा के स्तर में गुणवत्ता की जरूरत है। कॉलेज और अन्य इंस्टीट्यूट तो खुल गए, लेकिन शिक्षकों के पद खाली हैं। सेवानिवृत्त व्याख्याता कैलाश चंद सोनी ने समर्थन करते हुए कहा कि स्कूल तो क्रमोन्नत कर दिए, पर संसाधनों का अभाव है।
चुनाव के सिलसिले में राजे अब तक तीन बार आईं और पांच दिन रुकीं। प्रचार कार्य कार्यकर्ता संभाले हुए हैं, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी लगातार गांवों में जनसंपर्क कर रहे हैं।
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मुख्य प्रतिद्वंद्वी
– वसुंधरा राजे
– रामलाल चौहान